क्रिकेट न्यूज डेस्क।। इंग्लैंड दौरे के लिए जब टीम का ऐलान हुआ तो कुछ फैसलों ने सभी को खुश कर दिया। जिसमें करुण नायर की टीम में वापसी और साई सुदर्शन को मौका देना शामिल है। लेकिन चयनकर्ताओं के कई फैसलों ने लोगों को हैरान भी किया और यह हैरानी एक ऐसे कप्तान को नजरअंदाज करना था जिसने तीन टीमों को आईपीएल के फाइनल में पहुंचाया। उस खिलाड़ी का नाम है श्रेयस अय्यर।
अय्यर की कप्तानी में पंजाब किंग्स आईपीएल-2025 के फाइनल में पहुंची थी। हालांकि यह टीम खिताब नहीं जीत सकी और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से हार गई। इससे पहले अय्यर ने अपनी कप्तानी में कोलकाता नाइट राइडर्स को विजेता बनाया था। इससे पहले अय्यर ने 2020 में दिल्ली कैपिटल्स को फाइनल में पहुंचाया था।
अय्यर को क्यों नहीं मिली जगह अय्यर अपनी कप्तानी के साथ-साथ दमदार बल्लेबाजी से भी लगातार प्रभावित कर रहे हैं। वह अच्छी फॉर्म में हैं और टेस्ट में विराट कोहली की जगह लेने के दावेदार थे। हालांकि उन्हें टेस्ट टीम में शामिल नहीं किया गया। इंग्लैंड दौरे पर रवाना होने से पहले जब टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर से अय्यर को न चुने जाने पर सवाल किया गया तो उन्होंने अपना बचाव करते हुए कहा कि वह चयनकर्ता नहीं हैं।
गंभीर ने गुरुवार को कहा, “अगर कोई अच्छी फॉर्म में है तो उसे कभी भी बुलाया जा सकता है। हम सिर्फ 18 खिलाड़ियों का चयन कर सकते थे। लेकिन मेरा हमेशा से मानना रहा है कि जो लोग अच्छी फॉर्म में हैं और अच्छा खेल सकते हैं, उनसे खुलकर बात करना अच्छा होता है।” इससे पहले अय्यर के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा था, “मैं चयनकर्ता नहीं हूं।” काफी आलोचना हुई थी अय्यर को टीम में न चुनने पर चयनकर्ताओं की काफी आलोचना हुई थी।
अय्यर लगातार अच्छा खेल रहे हैं और इसके बाद भी उन्हें टीम में नहीं चुना गया। अय्यर ने रणजी ट्रॉफी के पिछले सीजन में पांच मैचों में 480 रन बनाए थे। जिसमें उन्होंने एक अर्धशतक और दो शतक जड़े थे। विजय हजारे ट्रॉफी और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी उनका बल्ला खूब चला था।