दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का विस्तार हो रहा है। AI की मदद से लोगों को काम करने में आसानी और सटीकता मिल रही है। AI के आने से लोगों के मन में नौकरी जाने का खतरा मंडरा रहा है। वहीं, खबर है कि माइक्रोसॉफ्ट ने हाल के दिनों में बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि कंपनी ने करीब 6000 लोगों को नौकरी से निकाला है। चौंकाने वाली बात यह है कि निकाले गए लोगों में से ज्यादातर सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।
AI के इस्तेमाल के दिए गए थे निर्देश
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिन लोगों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया गया, उनमें से ज्यादातर को AI का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए थे। वहीं, AI का इस्तेमाल नौकरी छोड़ने की वजह बना। इंफॉर्मेशन की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट के वीपी जेफ हसल ने अपनी टीम से ओपन AI चैटबॉट का इस्तेमाल करने को कहा। जिससे 50 फीसदी से ज्यादा कोड जेनरेट किया जा सकता है। बताया जाता है कि उनकी टीम में 400 से ज्यादा कर्मचारी थे। वहीं, जब कंपनी ने कुछ महीनों बाद छंटनी की है, तो सबसे ज्यादा असर इसी टीम के लोगों पर पड़ा है।
AIhead को भी नौकरी मिली
बताया जा रहा है कि कंपनी ने जिन 6000 हजार लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है, उनमें AI डायरेक्टर गैब्रिएला डी क्विरोज़ भी शामिल हैं। वे 2022 में कंपनी से जुड़ीं और AI पहल का नेतृत्व करने लगीं। नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नौकरी भले ही चली गई हो, लेकिन मुस्कान है।
उनकी यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि बेशक मैं निराश हूं, लेकिन जो लोग मुझे करीब से जानते हैं, वे जानते हैं कि मैं आशावादी हूं। इस छंटनी ने मेरी मुस्कान, मेरी कृतज्ञता और न ही मेरा यह विश्वास छीना कि हर दिन एक उपहार है। यह आज भी कायम है।
यूजर रिएक्ट
AI डायरेक्टर गैब्रिएला डी क्विरोज़ की इस पोस्ट पर कई यूजर्स ने कमेंट किए हैं। एक यूजर ने लिखा कि अगर एआई के आने के बाद माइक्रोसॉफ्ट के एआई डायरेक्टर की नौकरी भी जा सकती है तो किसी की भी नौकरी जा सकती है। हालांकि गौर करने वाली बात यह है कि माइक्रोसॉफ्ट ने इस छंटनी को लेकर अपना बयान देते हुए कहा कि हम कंपनी में संगठनात्मक बदलाव कर रहे हैं ताकि हम खुद को बेहतर तरीके से बाजार में ढाल सकें।