अगर आप लंबे समय से पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं, आमदनी सीमित है और खर्चे दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं, तो अब समय आ गया है कि आप अपने जीवन में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार करें। शास्त्रों में कहा गया है कि जब सारे प्रयास असफल हो जाएं, तब ईश्वर की शरण में जाना ही अंतिम उपाय होता है। विशेष रूप से गणेश जी को विघ्नहर्ता और रिद्धि-सिद्धि के दाता माना गया है। उनकी कृपा से जीवन की हर बाधा दूर होती है और दरिद्रता का नाश होता है। इसी संदर्भ में “श्री गणपति द्वादश नाम स्तोत्रम्” का नियमित पाठ एक अत्यंत प्रभावशाली उपाय माना गया है।
क्या है श्री गणपति द्वादश नाम स्तोत्रम्?
यह स्तोत्र भगवान गणेश के 12 पवित्र नामों का संग्रह है, जिनका स्मरण करने मात्र से ही नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं और जीवन में शुभता का संचार होता है। ये नाम गणपति की विभिन्न शक्तियों और स्वरूपों का प्रतिनिधित्व करते हैं – जैसे सुमुख, एकदंत, कपिल, गजवक्त्र आदि। यह स्तोत्र छोटा होने के बावजूद अत्यंत प्रभावशाली है और इसे सुबह-सुबह स्नान के बाद शांत मन से पढ़ने की परंपरा है।
रोज़ पाठ से मिलते हैं ये लाभ
यदि आप प्रतिदिन श्री गणपति द्वादश नाम स्तोत्रम् का श्रद्धा और विश्वास से पाठ करते हैं, तो इसके कई मानसिक, भौतिक और आध्यात्मिक लाभ मिलते हैं। सबसे प्रमुख लाभ है – आर्थिक कष्टों से मुक्ति। जिनके घर में लगातार पैसों की कमी रहती है, कर्ज़ चुकता नहीं होता या आय में स्थायित्व नहीं है, उन्हें यह पाठ विशेष रूप से लाभ देता है।गणेश जी की उपासना बुद्धि, विवेक और संकल्प शक्ति को भी प्रबल करती है, जिससे आप अपने आर्थिक निर्णय बेहतर ढंग से ले पाते हैं। इसके साथ ही, नकारात्मक ऊर्जा और बाधाएं जो धन अर्जन में अड़चन बनती हैं, उनका नाश होता है।
साथ में करें ये चमत्कारी उपाय
शुक्रवार के दिन घर के मंदिर में लाल रंग के आसन पर बैठकर श्री गणपति द्वादश नाम स्तोत्रम् का पाठ करें। इसके बाद भगवान को गुड़ और दुर्वा अर्पित करें।
घर में मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक बनाएं और उसके पास हर बुधवार को मोदक चढ़ाएं। यह उपाय सुख-समृद्धि को बढ़ाता है।
गणेश जी को सिंदूर चढ़ाएं और उनके सामने घी का दीपक जलाएं। इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है।
बुद्धवार या चतुर्थी के दिन गाय को हरा चारा और गरीबों को भोजन कराएं। यह कर्म आपकी कुंडली में बैठे आर्थिक ग्रहदोष को शांत करता है।
गणेश जी के 12 नामों का जाप करते समय “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का 108 बार उच्चारण करें। यह अभ्यास विशेष रूप से धन वृद्धि के लिए शुभ माना गया है।