क्रिकेट न्यूज डेस्क।। सालों का इंतजार खत्म हुआ और करुण नायर की वापसी हो गई है। इंग्लैंड के खिलाफ मैच के जरिए दाएं हाथ के बल्लेबाज करुण नायर 3006 दिन यानी आठ साल, दो महीने और 23 दिन बाद भारतीय टीम में वापसी कर रहे हैं। उन्होंने आखिरी टेस्ट 2017 में खेला था। बता दें कि भारत और इंग्लैंड के बीच हेडिंग्ले में पहला टेस्ट मैच खेला जा रहा है। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया है।
करुण नायर की वापसी किसी फिल्मी कहानी जैसी
33 वर्षीय करुण नायर ने आखिरी टेस्ट मैच धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था। इसके बाद से वह टेस्ट टीम में वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। ऐसे में वह कुल 77 टेस्ट मैचों से बाहर रहे। घरेलू क्रिकेट में कई शानदार पारियां खेलने वाले नायर के लिए हाल ही में दो अच्छी खबरें आई हैं। इंग्लैंड दौरे के लिए इंडिया-ए टीम के बाद उन्हें सीनियर भारतीय टीम में भी चुना गया है। उनकी वापसी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। साल 2022 में क्रिकेट में लगातार असफलता के बाद उन्होंने एक भावुक पोस्ट लिखा था। नायर ने एक्स पर लिखा था, ‘डियर क्रिकेट, मुझे एक और मौका दो।’ अब उन्हें एक और मौका मिला है और वह इस मौके का पूरा फायदा उठाना चाहते हैं। नायर ने 2016 में भारत के लिए डेब्यू किया था, लेकिन टेस्ट में तिहरा शतक लगाने के बावजूद वह लंबे समय तक टीम के लिए खेलने में नाकाम रहे। एक बार जब वह टीम से बाहर हुए तो फिर कभी वापस नहीं आए। 2022 में कर्नाटक टीम से बाहर किए जाने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर ‘डियर क्रिकेट’ पोस्ट किया था। दो टेस्ट मैचों के बीच सबसे ज़्यादा टेस्ट मिस करने वाले खिलाड़ी
टेस्ट मिस करने वाले खिलाड़ी पहली बार में शामिल होने वाले दूसरे बार में शामिल होने वाले
जयदेव उनादकट 118 2010 2022
दिनेश कार्तिक 87 2010 2018
पार्थिव पटेल 83 2008 2016
करुण नायर 77 2017 2025*
अभिनव मुकुंद 56 2011 2017
सीनियर टीम के लिए करना होगा प्रभावशाली प्रदर्शन
इंग्लैंड में भारतीय टीम के लिए प्रभावशाली प्रदर्शन निश्चित रूप से इस दाएं हाथ के बल्लेबाज को लंबे समय तक टीम इंडिया में बनाए रखेगा। खासकर ऐसे समय में जब विराट कोहली और रोहित शर्मा ने इस फॉर्मेट को अलविदा कह दिया है, करुण अच्छी पारियां खेलकर उनमें से किसी एक में जगह बनाने की कोशिश करेंगे। कई सालों तक घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करने के बाद अब वह विदर्भ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। 2024-25 विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने आठ पारियों में 779 रन बनाए, जिसमें पांच शतक शामिल हैं। इनमें से चार शतक लगातार थे। उन्होंने लगभग अकेले ही विदर्भ को फाइनल में पहुंचा दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने रणजी ट्रॉफी में भी शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने नौ मैचों में 863 रन बनाए, जिसमें केरल के खिलाफ फाइनल में एक महत्वपूर्ण शतक और एक अर्धशतक शामिल है। विदर्भ को खिताब जिताने में उनकी भूमिका अहम रही।
करुण ने भारत के लिए 62 की औसत से रन बनाए
करुण की वापसी क्रिकेट में सबसे जबरदस्त वापसी में से एक है। भारत के लिए छह टेस्ट मैचों में उन्होंने 62.33 की औसत से 374 रन बनाए। इसमें एक तिहरा शतक भी शामिल है। इस दौरान सात पारियों में उनके स्कोर रहे हैं- 4, 13, 303*, 26, 0, 23 और 5। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में करुण ने 49.16 की शानदार औसत से 8211 रन बनाए हैं। इसमें 23 शतक और 36 अर्धशतक शामिल हैं। तिहरा शतक लगाने के बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। वे 2018 में इंग्लैंड दौरे पर गई टीम का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें उस सीरीज में खेलने का कभी मौका नहीं मिला। उन्होंने भारत के लिए आखिरी मैच फरवरी 2017 में खेला था। तब भारत का सामना धर्मशाला में ऑस्ट्रेलिया से हुआ था। यानी अगर करुण को खेलने का मौका मिलता है तो वे आठ साल बाद रेड बॉल फॉर्मेट में भारत के लिए कोई मैच खेलेंगे, लेकिन उनकी वापसी सात साल बाद हुई है। इसके अलावा वे दो वनडे भी खेल चुके हैं। 2016 में उन्होंने जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में दो मैच खेले थे। इसमें उन्होंने कुल 46 रन बनाए थे।