दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और विश्व क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स इन दिनों एक विवाद में घिर गए हैं। उन पर उनके ही पूर्व साथी खिलाड़ी थामी सोलेकिले ने गंभीर आरोप लगाए हैं, जो सोशल मीडिया और क्रिकेट गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं।
क्या है मामला?
थामी सोलेकिले, जो दक्षिण अफ्रीका के लिए एक समय विकेटकीपर-बल्लेबाज के रूप में उभर रहे थे, ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा कि जब वह टेस्ट टीम में सेलेक्शन की दहलीज पर थे, तब एबी डिविलियर्स ने खुद विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाल ली, ताकि सोलेकिले को टीम में मौका न मिले।
सोलेकिले ने आरोप लगाया:
“मैं अच्छी फॉर्म में था और टेस्ट टीम में जगह के काफी करीब था। लेकिन तभी अचानक एबी ने टेस्ट क्रिकेट में कीपिंग शुरू कर दी। मुझे बाद में पता चला कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि मैं टीम में जगह न बना सकूं।”
एबी डिविलियर्स का रिकॉर्ड
एबी डिविलियर्स को क्रिकेट इतिहास के सबसे खतरनाक और बहुमुखी बल्लेबाजों में गिना जाता है। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के लिए तीनों फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन किया है। साथ ही, वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकेटकीपिंग भी कर चुके हैं, हालांकि यह भूमिका उन्होंने नियमित तौर पर नहीं निभाई थी।
उनकी कीपिंग क्षमताओं ने टीम को एक अतिरिक्त बल्लेबाज या गेंदबाज खिलाने की आज़ादी दी थी, लेकिन अब सवाल यह उठ रहे हैं कि क्या उस फैसले के पीछे कोई रणनीतिक राजनीति भी शामिल थी?
क्रिकेट जगत में हलचल
थामी सोलेकिले के इस बयान के बाद क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है। कई विशेषज्ञ इसे टीम चयन में असमानता और अंदरूनी राजनीति का उदाहरण बता रहे हैं, वहीं कुछ लोग इसे व्यक्तिगत दृष्टिकोण मानकर नज़रअंदाज़ कर रहे हैं।
हालांकि, अब तक एबी डिविलियर्स की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन अगर यह मामला तूल पकड़ता है, तो वह ज़रूर अपना पक्ष रख सकते हैं।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया पर फैंस दो हिस्सों में बंटे हुए हैं — एक वर्ग थामी सोलेकिले का समर्थन कर रहा है और क्रिकेट सिस्टम में पारदर्शिता की मांग कर रहा है, तो वहीं दूसरा वर्ग एबी डिविलियर्स के बचाव में उतर आया है और उनके शानदार करियर और टीम के प्रति योगदान का हवाला दे रहा है।