क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय क्रिकेट के सबसे करिश्माई कप्तानों में शुमार सौरव गांगुली ने अपने करियर से जुड़ी कुछ अनकही बातें साझा की हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान गांगुली ने स्वीकार किया कि उन्हें अपने क्रिकेटिंग सफर में दो चीजों का सबसे ज्यादा अफसोस है — पहला, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक शतक न बना पाना, और दूसरा, अनिल कुंबले जैसे दिग्गज गेंदबाज को कुछ मौकों पर टीम से बाहर करना।
गांगुली ने कहा, “मुझे लगता है कि मैं और शतक बना सकता था। कई बार अच्छी शुरुआत के बाद बड़ी पारी नहीं खेल पाया, जो आज सोचता हूँ तो लगता है कि मौका चूक गया।” भारत के लिए 16 टेस्ट शतक और 22 वनडे शतक बनाने वाले गांगुली का मानना है कि उनका आंकड़ा और बेहतर हो सकता था।
दूसरे अफसोस की बात करते हुए उन्होंने कहा, “अनिल कुंबले को टीम से ड्रॉप करना मेरे करियर का सबसे कठिन निर्णय था। वे एक महान खिलाड़ी थे, लेकिन परिस्थितियों के अनुसार चयन करना पड़ता था। अब जब पीछे मुड़कर देखता हूं, तो लगता है कि शायद कुछ मौके और दिए जा सकते थे।”
अनिल कुंबले भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 600 से ज्यादा विकेट झटके। गांगुली और कुंबले की जोड़ी ने भारत को कई यादगार जीत दिलाई, लेकिन चयन की जटिलताओं ने कई बार कठिन फैसलों की ओर मजबूर किया।
गांगुली के इस खुलासे ने न केवल क्रिकेट प्रेमियों के बीच हलचल मचा दी है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि क्रिकेट सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि फैसलों और भावनाओं का भी मैदान होता है।