टॉलीवुड न्यूज़ डेस्क – राम चरण की ‘गेम चेंजर’ को रिलीज हुए 3 दिन हो चुके हैं। फिल्म ने भारत से कुल 89.6 करोड़ रुपए का कलेक्शन कर लिया है। लेकिन यह आंकड़ा शायद मेकर्स को पहले वीकेंड से जितनी उम्मीद थी, उसका आधा भी नहीं है। लेकिन अब इसमें कोई क्या कर सकता है? राम चरण ने खुद ही यह रास्ता चुना है। जिस वजह से ‘पुष्पा 2’ अभी भी कमाई कर रही है, राम चरण को भी वही रणनीति अपनानी चाहिए थी। लेकिन उन्होंने उस रास्ते पर चलना सही नहीं समझा। लेकिन डर यह है कि कहीं यह प्लान उनकी फिल्म को नुकसान न पहुंचा दे।अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पा 2’ के ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर बनने के पीछे उत्तर भारत का बड़ा हाथ है। 39वें दिन के कलेक्शन पर नजर डालें तो ‘पुष्पा 2’ का तमिल और तेलुगु कलेक्शन लगभग जीरो हो गया है। लेकिन जिस जगह से फिल्म अभी भी कमाई कर रही है, वह हिंदी भाषा है। अल्लू अर्जुन को पहले से ही पता था कि उत्तर भारत में साउथ की फिल्मों का कितना क्रेज है। इसलिए उन्होंने अपनी सारी योजनाएं और रणनीति उत्तर भारत के हिसाब से बनाई, लेकिन राम चरण इसमें फेल हो गए।
राम चरण अल्लू अर्जुन से नहीं सीख पाए
1. टीजर और ट्रेलर: अल्लू अर्जुन को उत्तर भारत की ताकत का अंदाजा था। यही वजह है कि वे ट्रेलर लॉन्च के लिए पटना गए थे। साथ ही, हिंदी को भी तेलुगु ट्रेलर और गानों के बराबर महत्व दिया गया। मुंबई आने के बाद अल्लू अर्जुन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। लेकिन राम चरण इस मामले में फेल हो गए। न तो उत्तर भारत पर कोई खास ध्यान दिया गया। न ही कोई अतिरिक्त प्रयास किए गए।
2. फिल्म की रिलीज: पिछले कुछ सालों में उत्तर भारतीय प्रशंसकों में साउथ के सितारों का जबरदस्त क्रेज देखने को मिला है। सुकुमार और अल्लू अर्जुन को यह पता था। इसका सही तरीके से फायदा भी उठाया गया। हिंदी दर्शक भी यह जानते हैं। अगर पहले दिन के भारतीय बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को छोड़ दें तो ‘पुष्पा 2’ ने सबसे ज्यादा कमाई हिंदी से की है। अभी भी यह हिंदी से ही कमाई कर रही है। अगर हिंदी कलेक्शन को छोड़ दिया जाए तो फिल्म कहीं नहीं टिकती। इसी तरह अगर राम चरण ने उत्तर भारत पर भी ध्यान दिया होता तो हिंदी कलेक्शन दोगुना हो सकता था, जो काफी फायदेमंद होता।
3. अब और नुकसान होगा: अल्लू अर्जुन ने उत्तर भारतीय दर्शकों के लिए एक बेहतरीन रणनीति बनाई थी। लेकिन राम चरण इसमें विफल रहे। अब जो भी नुकसान होगा, वो तो होगा ही। लेकिन 17 जनवरी को पुष्पा 2 का रीलोडेड वर्जन सिनेमाघरों में आ रहा है। इसके बाद फिल्म को और नुकसान हो सकता है, जिसकी वजह से तेलुगु से जो थोड़ी-बहुत कमाई हो रही है, वो और गिर जाएगी। अब भी उत्तर भारत में कुछ प्लान करके इस गलती को सुधारा जा सकता है।