क्रिकेट न्यूज डेस्क।। टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे की शुरुआत कुछ खास नहीं रही। लीड्स टेस्ट में उसे 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस हार के बावजूद भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने अपनी छाप छोड़ने में सफलता पाई। पंत ने इस मुकाबले में अपनी बल्लेबाजी से इतिहास रच दिया, क्योंकि वह विदेश में खेले गए किसी भी टेस्ट की दोनों पारियों में शतक लगाने वाले दुनिया के पहले विकेटकीपर बल्लेबाज बने।
ऋषभ पंत का यह शानदार प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ, और उनके इस कीर्तिमान ने उन्हें क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में खास जगह दिलाई। पंत ने पहली पारी में 91 रन और दूसरी पारी में 101 रन की पारी खेली, जिससे उन्होंने न केवल भारतीय टीम को संकट से बाहर निकाला, बल्कि अपने आक्रामक और निर्णायक खेल से दर्शकों को भी मंत्रमुग्ध किया।
इस ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद, पंत को आईसीसी टेस्ट बल्लेबाजों की रैंकिंग में एक लंबी छलांग लगी है। अब वह अपनी रैंकिंग में काफी ऊपर पहुंच गए हैं, और यह उनके लिए एक और सफलता का प्रतीक है। पंत का यह उछाल उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम है, और वह अब टेस्ट क्रिकेट के सबसे तेज और सबसे प्रभावी बल्लेबाजों में शामिल हो गए हैं।
पंत के इस प्रदर्शन से भारतीय क्रिकेट में नई उम्मीदें जगाई हैं, क्योंकि उन्होंने अपनी निरंतरता और संघर्ष से यह साबित किया है कि वह सिर्फ एक विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं, बल्कि एक बड़े मैच विजेता खिलाड़ी बन सकते हैं। पंत का यह रिकॉर्ड निश्चित रूप से भारतीय क्रिकेट के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है, और उनकी रैंकिंग में सुधार ने यह भी साबित कर दिया कि वह अब टेस्ट क्रिकेट के सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं।