गूगल का जेमिनी एआई असिस्टेंट लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। लोगों के काम को आसान बनाने के लिए गूगल अपनी सभी सेवाओं में जेमिनी फीचर दे रहा है। अब आने वाले महीनों में गूगल स्मार्टफोन में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। गूगल एंड्रॉयड स्मार्टफोन के साथ अपने जेमिनी एआई असिस्टेंट के काम करने के तरीके में बड़ा बदलाव करने की तैयारी कर रहा है। जेमिनी फोन, मैसेज, वॉट्सऐप और दूसरे यूटिलिटी ऐप्स जैसे कोर ऐप्स से सीधे इंटरैक्ट कर सकेगा। इसके लिए यूजर को स्मार्टफोन में कोई सेटिंग ऑन करने की जरूरत नहीं होगी। इसका मतलब यह हुआ कि जेमिनी का फोन के कई कोर ऐप्स पर कंट्रोल बढ़ जाएगा, वो भी यूजर की मर्जी और इजाजत के बिना। इससे यूजर्स की प्राइवेसी और डेटा लीक होने की चिंता बढ़ सकती है। आइए विस्तार से जानते हैं। जुलाई से स्मार्टफोन में बड़ा बदलाव
एंड्रॉइड अथॉरिटी की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 7 जुलाई 2025 से गूगल का AI असिस्टेंट जेमिनी एंड्रॉयड स्मार्टफोन के कोर ऐप्स जैसे मैसेज और फोन के साथ-साथ वॉट्सऐप आदि से इंटरैक्ट कर सकेगा। अगर आप सोच रहे हैं कि फोन में जेमिनी ऐप्स एक्टिविटी सेटिंग को बंद करके आप इस बदलाव से बच सकेंगे, तो आपको बता दें कि ऐसा नहीं है। फोन की यह सेटिंग ऑन हो या ऑफ, जेमिनी स्मार्टफोन के सभी एक्सेस को कंट्रोल कर सकेगा।
गूगल ने यूजर्स को भेजा ईमेल
इस खबर के बाद लोग चिंतित हो रहे हैं। इससे उनकी प्राइवेसी और डेटा लीक होने का खतरा बढ़ सकता है। आपको बता दें कि कुछ यूजर्स को गूगल की जेमिनी टीम की तरफ से एक ईमेल मिला है। इसके बाद ही जुलाई से होने वाले इस बदलाव की जानकारी सामने आई है। यूजर्स को मिले ईमेल में कहा गया है कि 7 जुलाई से जेमिनी आपको कुछ ऐप्स इस्तेमाल करने में मदद करेगा। हालांकि, ईमेल में यह साफ तौर पर नहीं बताया गया है कि इसका क्या मतलब है। उपयोगकर्ताओं को यह समझ में नहीं आ रहा है कि इसका मतलब यह है कि जेमिनी संदेश पढ़ या भेज सकेगा, संपर्कों तक पहुँच सकेगा, कॉल लॉग देख सकेगा या फ़ोन पर अन्य व्यक्तिगत सुविधाओं को नियंत्रित कर सकेगा।
ऐप्स को सेटिंग पेज से बंद किया जा सकता है
उपयोगकर्ताओं को यह भी समझ में नहीं आ रहा है कि इसे कैसे बंद किया जाए। ईमेल में कहा गया है कि उपयोगकर्ता “ऐप सेटिंग पेज” से इन सुविधाओं को अक्षम कर सकते हैं, लेकिन यह नहीं बताया गया है कि यह पेज कहाँ मिलेगा। इसने उपयोगकर्ताओं के बीच चिंता और भय का माहौल पैदा कर दिया है। खासकर तब जब कथित तौर पर ये बदलाव तब भी लागू होंगे जब किसी ने पहले से ही जेमिनी ऐप गतिविधि को अक्षम कर दिया हो। चिंता का सबसे बड़ा कारण यह है कि ये बदलाव तब भी लागू होंगे जब उपयोगकर्ताओं ने पहले से ही जेमिनी ऐप गतिविधि को अक्षम कर दिया हो।
यह लिंक ईमेल में मिला
ईमेल में Google के जेमिनी ऐप प्राइवेसी हब का लिंक भी दिया गया था। हालाँकि, पेज पर जाने वाले उपयोगकर्ताओं का कहना है कि यह इस बारे में ज़्यादा कुछ नहीं बताता है कि वास्तव में क्या बदल रहा है या जेमिनी को किस चीज़ तक पहुँच मिलेगी। कई लोग सोच रहे हैं कि क्या इसका मतलब यह है कि जेमिनी अब WhatsApp में बातचीत को प्रबंधित कर सकेगा या कॉल भी कर सकेगा।