क्रिकेट न्यूज डेस्क।। कभी अगले ‘सचिन तेंदुलकर’ कहे जाने वाले पृथ्वी शॉ फिलहाल अपना करियर बचाने में जुटे हैं। साल 2018 में उन्होंने भारतीय क्रिकेट में धूम मचा दी थी। जब उन्होंने अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक जड़ा तो सभी को लगा कि भारतीय क्रिकेट को अपना अगला सुपरस्टार मिल गया है, लेकिन तीन साल में सब कुछ बदल गया। लगातार खराब प्रदर्शन के चलते शॉ को साल 2021 के बाद भारतीय टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। अब उनकी हालत ऐसी हो गई है कि उन्हें मुंबई की रणजी टीम से भी बाहर कर दिया गया है, जबकि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 में उन्हें किसी टीम ने नहीं खरीदा है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को लेकर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि बुरे वक्त में सिर्फ पंत ने ही मेरा साथ दिया।
क्या कहा पृथ्वी शॉ ने?
एक इंटरव्यू के दौरान इस ओपनिंग बल्लेबाज ने कहा कि जब मैं अकेला था तो ऋषभ पंत मेरे पास आए और मेरा साथ दिया। उन्होंने कहा, “जब भी मैं टूट रहा होता था तो ऋषभ पंत मुझसे बात करते थे। वह अब भी मुझसे बात करते हैं। जब उन्हें लगता है कि मैं ठीक नहीं हूं तो वह खुद मुझसे संपर्क करते हैं।” उन्होंने कहा कि दूसरे क्रिकेटरों ने मुझसे दूरी बना ली है। कोई मुझसे बात नहीं करता था। पृथ्वी शॉ ने कहा कि जब मेरा चयन टीम इंडिया में हुआ तो मैं अपने करियर के पीक पर था। जब आप पीक पर होते हैं तो आप जल्दी दोस्त बनाने लगते हैं। वही दोस्त मुझे इधर-उधर ले जाते थे। मैंने कुछ झूठे दोस्त बनाए। इसके बाद इन सब चीजों की वजह से मैं पटरी से उतर गया।
मैं घंटों नेट पर प्रैक्टिस करता था
पृथ्वी शॉ ने माना कि मैं काफी मेहनती था, मैं घंटों नेट पर बैटिंग की प्रैक्टिस करता था। मैदान ही मेरा घर था, लेकिन फिर मैं पटरी से उतर गया। मैं क्रिकेट को कम समय देने लगा, जिसकी वजह से मेरा प्रदर्शन दिन-ब-दिन खराब होता गया। उन्होंने कहा कि मैंने हर उस चीज के बारे में सोचा जो जरूरी नहीं थी। ऐसे दोस्त बनाए जो सिर्फ मेरे नाम की वजह से मेरे करीब आए। शॉ ने कहा कि इन सबके दौरान महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने उनसे बात की और उन्हें समझाया और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
दूसरे राज्य से खेलना चाहते हैं पृथ्वी शॉ
अपने डेब्यू टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले पृथ्वी शॉ अब दूसरे राज्य से घरेलू क्रिकेट खेलना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन से एनओसी मांगी है. पिछले साल फिटनेस के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था. पृथ्वी शॉ ने टीम इंडिया के लिए 5 टेस्ट मैच खेले हैं. इसमें उन्होंने 42.37 की औसत से 339 रन बनाए हैं. जिसमें एक शतक और दो अर्धशतक शामिल हैं. इसके अलावा उन्होंने 6 वनडे मैच भी खेले हैं. इसमें उन्होंने 31.50 की औसत से 189 रन बनाए हैं. पृथ्वी शॉ ने एकमात्र टी20I भी खेला है, जिसमें वे खाता भी नहीं खोल सके.