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जो असफलताओं से डरते है उनके जीवन भर हाथ नहीं आती सफलता, वायरल फुटेज में जानिए इसके पीछे छुपे मनोवैज्ञानिक कारण

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आज की तेज़ रफ्तार दुनिया में हर व्यक्ति सफलता की तलाश में भाग रहा है। लेकिन इस सफर में बहुत से लोग असफलता से इतना डरते हैं कि या तो वे शुरुआत ही नहीं करते या किसी भी नाकामी के बाद हार मान लेते हैं। जबकि सच्चाई यह है कि असफलता किसी भी बड़ी सफलता की पहली सीढ़ी होती है। जो लोग असफलता से डर जाते हैं, वे जीवन के सबसे जरूरी सबक और अनुभवों से वंचित रह जाते हैं।असफलता से डरने वाला व्यक्ति अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाता। वह हमेशा परिणामों की चिंता में उलझा रहता है, जिससे उसका ध्यान लक्ष्य से हटकर नकारात्मक सोच की ओर चला जाता है। इसके विपरीत, जो व्यक्ति असफलता को सीखने का अवसर मानता है, वह बार-बार गिरकर भी उठता है और अंततः मंज़िल को पा लेता है।


असफलता से डरने वालों को सफलता क्यों नहीं मिलती – इन बिंदुओं में समझिए:
1. डर से होता है आत्मविश्वास कम

जब व्यक्ति असफलता का डर अपने मन में बैठा लेता है, तो वह किसी भी कार्य को पूरे विश्वास के साथ शुरू ही नहीं कर पाता। डर से पैदा हुआ आत्म-संदेह उसे बीच रास्ते में ही रोक देता है। ऐसे में सफलता की संभावना अपने आप कम हो जाती है।

2. रिस्क लेने से कतराना
सफलता पाने के लिए कुछ नया करने, रिस्क लेने और अपनी सीमाओं को लांघने की ज़रूरत होती है। लेकिन जो लोग असफलता से डरते हैं, वे सुरक्षित ज़ोन में ही रहना पसंद करते हैं। इससे वे कभी बड़ा हासिल नहीं कर पाते।

3. सीखने के मौके गँवा देते हैं
असफलता में छुपा होता है अनुभव का खजाना। हर असफल प्रयास सिखाता है कि आगे क्या न करें और किस दिशा में सुधार करें। लेकिन जो असफलता से डरते हैं, वे सीखने के इन अवसरों को खो देते हैं और बार-बार वही गलतियां दोहराते हैं।

4. नवाचार और रचनात्मकता की कमी
असफलता के डर से व्यक्ति कुछ नया सोचने या करने से भी डरता है। उसकी सोच सीमित हो जाती है, जिससे उसका नवाचार और रचनात्मकता मर जाती है। सफलता उन्हीं लोगों को मिलती है जो प्रयोग करने से नहीं घबराते।

5. जीवन में ठहराव आ जाता है
डर और असुरक्षा की भावना व्यक्ति को निष्क्रिय बना देती है। न वह आगे बढ़ता है, न पीछे हटता है – बस एक ही स्थिति में अटका रहता है। ऐसे में न तो व्यक्तिगत विकास होता है और न ही करियर या जीवन में तरक्की मिलती है।

सफल लोग असफलता को कैसे देखते हैं?
सफल व्यक्तियों की सबसे बड़ी खासियत यह होती है कि वे असफलताओं को अपने रास्ते का हिस्सा मानते हैं, न कि अंत। वे हर हार से कुछ सीखते हैं और अगली बार पहले से बेहतर प्रयास करते हैं। थॉमस एडीसन ने 1000 बार बल्ब बनाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनका कहना था, “मैं फेल नहीं हुआ, मैंने सिर्फ 1000 तरीके खोजे जो काम नहीं कर

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