क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज और वर्तमान हेड कोच गौतम गंभीर एक बार फिर सुर्खियों में हैं, और इस बार कारण उनका बयान है, जो उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत के दो शतकों को लेकर दिया। हाल ही में, जब उनसे पंत के शानदार शतकों पर सवाल पूछा गया, तो गंभीर के रुख ने सभी को चौंका दिया। उन्होंने अपने जवाब में जो भावनाएं व्यक्त कीं, उसके बाद सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म हो गया और कई सवाल उठने लगे कि क्या गौतम गंभीर को ऋषभ पंत से कोई व्यक्तिगत रंजिश है?
यह घटना तब हुई जब गौतम गंभीर से भारतीय क्रिकेट के युवा बल्लेबाज ऋषभ पंत के दो शतकों के बारे में सवाल पूछा गया था। पंत ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में दो शतक जमाए थे, जो उनके करियर की अहम उपलब्धियां मानी जाती हैं। लेकिन गौतम गंभीर का जवाब इस बार हैरान करने वाला था। उन्होंने कहा, “शतक बनाना ही सब कुछ नहीं होता, बल्कि निरंतरता और टीम के लिए योगदान महत्वपूर्ण है।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और उनके समर्थक और आलोचक दोनों ही उनकी टिप्पणी पर सवाल उठाने लगे।
सोशल मीडिया पर कई यूज़र्स ने यह सवाल उठाया कि क्या गंभीर को पंत से कोई नफरत है या फिर वह उन्हें लेकर कोई व्यक्तिगत द्वंद्व पाल रहे हैं। कई लोगों ने इस सवाल को लेकर गंभीर की टिप्पणी को लेकर उनके दृष्टिकोण पर चिंता जताई। पंत की कड़ी मेहनत और योगदान को नजरअंदाज कर गंभीर का बयान कई प्रशंसकों के लिए चौंकाने वाला था, क्योंकि पंत ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए महत्वपूर्ण पारी खेली हैं।
हालांकि, गंभीर के समर्थक यह तर्क दे रहे हैं कि उन्होंने टीम की सफलता के लिए जो कुछ भी कहा, वह महज एक क्रिकेटिंग दृष्टिकोण से था। उनका कहना था कि गंभीर ने पंत के खेल के बारे में आलोचनात्मक दृष्टिकोण इसलिए रखा ताकि वह और बेहतर कर सकें और टीम के लिए स्थिरता प्रदान करें।
गौतम गंभीर का बयान और उसके बाद की सोशल मीडिया प्रतिक्रियाएं यह दर्शाती हैं कि क्रिकेट में आलोचनाएं हमेशा गहरी और बहस का विषय बन सकती हैं। जहां एक ओर कुछ लोग उन्हें प्रेरणा देने वाली आलोचना मानते हैं, वहीं दूसरी ओर कई लोग इसे व्यक्तिगत आक्षेप मानते हैं। अब यह देखना होगा कि क्या इस टिप्पणी के बाद पंत अपनी खेल शैली में सुधार कर पाएंगे और गंभीर का दृष्टिकोण उनकी प्रगति के लिए सहायक साबित होगा।