दिल की बीमारी का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। उदाहरण के लिए आप अभिनेत्री शेफाली जरीवाला को देख सकते हैं, जिनकी 42 साल की उम्र में दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। इसी तरह कई युवा कम उम्र में ही दिल की बीमारी से मर जाते हैं। इसके कई अलग-अलग कारण हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि भारी और मांसपेशियों पर जोर देने वाले वर्कआउट हमारे शरीर, खासकर हमारे दिल पर भारी पड़ सकते हैं। लॉन्गविटी हेल्थ के सह-संस्थापक और विशेषज्ञ डॉ। वासिली एलिओपोलू के अनुसार, दिल की बीमारी रातों-रात नहीं होती; यह धीरे-धीरे बढ़ती है। इस बीमारी के लक्षणों को पहचान कर इसे रोका जा सकता है। आइए जानते हैं इसके लिए आप अपनी दिनचर्या में कौन सी आदतें अपना सकते हैं।
खाने के बाद टहलें
खाना खाने के बाद टहलने से ब्लड शुगर लेवल सही रहता है। 10 मिनट टहलने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है। इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है और मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। दिल को स्वस्थ रखने का सबसे आसान तरीका रोजाना टहलना है। वहीं, अगर आप खाने के बाद बैठते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसके लिए आपको शरीर को टहलने की आदत डालनी चाहिए, क्योंकि यह आदत कई बीमारियों से छुटकारा दिलाएगी।
अच्छी नींद लें
अच्छी नींद दिल की सेहत के लिए जरूरी है। इसके साथ ही यह दिल को स्वस्थ रखने में भी मदद करती है। नींद की कमी से इम्यून सिस्टम कमजोर होता है, वजन बढ़ने का खतरा बढ़ता है और मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। इसके लिए आपको हर रोज 7 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। जब आप सोते हैं तो दिल को भी थोड़ा आराम मिलता है और उसे कम काम करना पड़ता है।
डाइट में ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करें
ओमेगा-3 मानसिक स्वास्थ्य, दिल की सेहत और एंटी-इंफ्लेमेटरी के लिए जरूरी है। इसके लिए आप अपनी डाइट में सैल्मन फिश, सार्डिन फिश, फ्लैक्स सीड्स और अखरोट शामिल कर सकते हैं। इन चीजों में ओमेगा-3 भरपूर मात्रा में होता है। यह आपको बीमारियों से बचाता है और शरीर को जवां बनाए रखने में मदद करता है।