दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने लगातार पाँचवें साल कंपनी से कोई वेतन नहीं लिया है। अंबानी ने वित्त वर्ष 2020-21 से कोई वेतन नहीं लिया है। दरअसल, कोरोना महामारी के बाद पैदा हुए विकट हालातों के चलते मुकेश अंबानी ने स्वेच्छा से सभी प्रकार के भत्ते, सेवानिवृत्ति लाभ और किसी भी प्रकार के कमीशन सहित अपना पूरा वेतन छोड़ने का फैसला किया था।
लगातार पाँचवें साल नहीं लिया वेतन
कोरोना से पहले, वित्त वर्ष 2008-09 से 2019-20 के बीच, 67 वर्षीय मुकेश अंबानी ने अपना वार्षिक पारिश्रमिक 15 करोड़ रुपये तक सीमित रखा था। इसकी वजह थी – प्रबंधकीय स्तर पर उद्योग और कंपनी के लिए एक व्यक्तिगत उदाहरण स्थापित करना। गौरतलब है कि मार्च 2020 में आई कोविड-19 महामारी ने देश के साथ-साथ पूरी दुनिया की सामाजिक, आर्थिक और औद्योगिक परिस्थितियों पर बहुत बुरा प्रभाव डाला था। रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
रिलायंस की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के कार्यकारी निदेशक निखिल मेसवानी को वेतन और अन्य मदों में सालाना कुल 25 करोड़ रुपये मिलते हैं। वहीं, उनके छोटे भाई हितल मेसवानी का वेतन भी 25 करोड़ रुपये है। रिलायंस के अन्य कार्यकारी निदेशक पी.एम.एस. प्रसाद को वेतन और अन्य मदों में लगभग 20 करोड़ रुपये मिलते हैं।
दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार
अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स की सबसे अमीर लोगों की सूची में मुकेश अंबानी दुनिया में 18वें स्थान पर हैं। उनकी संपत्ति 103.3 अरब डॉलर आंकी गई है। मुकेश अंबानी के तीन बच्चे हैं – ईशा अंबानी, आकाश अंबानी और अनंत अंबानी – जिन्हें अक्टूबर 2023 में कंपनी के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में शामिल किया गया था।