रक्षाबंधन सिर्फ़ एक त्यौहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के रिश्ते की मज़बूती, प्यार, मस्ती और त्याग का सबसे खूबसूरत दिन है। इस दिन बहनें अपने भाइयों को राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं और भाई अपनी बहनों की रक्षा और उन्हें खुश रखने का वादा करते हैं। अगर मिठाइयों, हंसी-मज़ाक और तोहफ़ों की मिठास के बीच कुछ यादगार फ़िल्में भी देखी जाएँ, तो यह दिन और भी ख़ास बन सकता है। इसी बीच, आज हम आपके लिए भाई-बहन पर बनी कुछ ख़ास फ़िल्मों की सूची लेकर आए हैं, जिनमें आपको प्यार, त्याग, दोस्ती और रिश्तों की मज़बूती जैसी हर चीज़ मिलेगी।
जुग जुग जियो– फ़िल्म में कियारा आडवाणी और मनीष पॉल की भाई-बहन की केमिस्ट्री ने लोगों का दिल जीत लिया। इस रील लाइफ़ भाई-बहन की जोड़ी ने फ़िल्म में खूब धमाल मचाया था।
‘जिगरा‘- इस फ़िल्म में आलिया भट्ट अपने भाई वेदांत रैना की रक्षा करती हैं और दुनिया से लड़ती हैं। वेदांत रैना ने फ़िल्म में एक बाग़ी और बेफ़िक्र भाई का किरदार निभाया है।
अक्षय कुमार अभिनीत फिल्म रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते को बखूबी दर्शाती है। फिल्म में हम देखते हैं कि कैसे अक्षय की बहन दहेज के लालच में अपनी जान गंवा देती है।
फिल्म दिल धड़कने दो एक वैवाहिक रिश्ते के उतार-चढ़ाव को दर्शाती है। लेकिन रणवीर सिंह ने प्रियंका चोपड़ा के मददगार भाई की भूमिका निभाकर लोगों का दिल जीत लिया।
राजश्री प्रोडक्शन की फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ में सलमान खान, सैफ अली खान और मोहनीश बहल आज भी भाई के रूप में लोगों को पसंद आते हैं, जबकि नीलम कोठारी ने इन तीनों भाइयों की इकलौती बहन का किरदार निभाया था। इस फिल्म में रक्षाबंधन के त्योहार को बेहद खूबसूरती से दिखाया गया है।
साल 2000 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘फिजा’ में ऋतिक रोशन और करिश्मा कपूर भाई-बहन की भूमिका में नज़र आए थे। फिल्म में हम देखते हैं कि कैसे करिश्मा अपने भाई को गलत रास्ते से हटाकर अच्छाई की राह पर वापस लाती है।
शाहरुख खान और ऐश्वर्या राय अभिनीत फिल्म जोश में भाई-बहन के रिश्ते को एक अलग ही मज़ेदार अंदाज़ में दिखाया गया है। दोनों कलाकारों ने फिल्म में भाई-बहन का किरदार निभाया है। यह पहली फिल्म है जिसमें शाहरुख और ऐश्वर्या भाई-बहन की भूमिका में नज़र आए।
फिल्म सरबजीत में ऐश्वर्या राय और रणदीप हुड्डा का काम भी काबिले तारीफ़ था। यह फिल्म एक असल ज़िंदगी पर आधारित थी।
हम साथ-साथ हैं (1999) – भले ही यह फिल्म पुरानी हो, लेकिन परिवार और भाई-बहन के रिश्ते की बात आते ही इसका नाम सबसे पहले आता है। फिल्म में दिखाया गया प्यार, स्नेह, त्याग और एक-दूसरे के लिए खड़े होने का जज्बा आज भी दर्शकों के दिलों में जगह बनाए हुए है। यह न सिर्फ़ सगे भाई-बहनों, बल्कि चचेरे भाई-बहन के रिश्तों की मिठास को भी दर्शाती है। इसके गाने “ये तो सच है कि भगवान है” आज भी पारिवारिक समारोहों की जान हैं। आप इसे अमेज़न प्राइम वीडियो और यूट्यूब पर देख सकते हैं।
बम बम बोले (2010)- एक छोटे से गाँव पर आधारित यह फ़िल्म एक संघर्षशील परिवार की कहानी है। इसमें दो मासूम बच्चे पीनू और रिमझिम भाई-बहन के रिश्ते का सबसे प्यारा रूप दिखाते हैं। कहानी तब शुरू होती है जब पीनू गलती से रिमझिम के जूते खो देता है। घर की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण, दोनों बारी-बारी से एक ही जोड़ी जूते पहनने लगते हैं। उनकी छोटी-छोटी योजनाएँ, मासूम झूठ और एक-दूसरे के लिए किए गए त्याग आपके दिल को छू लेंगे। आप इस फ़िल्म को यूट्यूब और शेमारूमी पर देख सकते हैं।