भारतीय शेयर बाजारों में आज 12 अगस्त को भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। दोपहर तक सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही अपनी शुरुआती बढ़त गंवाकर लाल निशान में आ गए। कमजोर वैश्विक संकेतों और कुछ महत्वपूर्ण आंकड़ों से पहले निवेशक सतर्क रुख अपनाते नजर आए। इससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। सुबह के कारोबार में सेंसेक्स 394 अंक या 0.48 फीसदी की तेजी के साथ 80,997.67 के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया। लेकिन फिर यहां से करीब 599 अंक गिरकर 11:40 बजे 80,398.23 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी भी 117.55 अंक या 0.47% की बढ़त के साथ 24,702.60 के स्तर को छूने के बाद फिसल गया और फिलहाल 24,600 के नीचे कारोबार कर रहा है।
शेयर बाजार में इस तेज उतार-चढ़ाव के पीछे 6 मुख्य कारण रहे-
1. ट्रंप-पुतिन मुलाकात से पहले सतर्कता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 15 अगस्त को अलास्का में मुलाकात करने वाले हैं। इस मुलाकात से पहले निवेशक सतर्क हैं। विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिका और चीन के बीच 90 दिनों के व्यापार युद्धविराम से आईटी शेयरों को सहारा मिला है। लेकिन अमेरिका-रूस वार्ता के नतीजों से पहले बाजार में तेजी सीमित रहने की उम्मीद है।
2. भारत और अमेरिका के मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार
शेयर बाजार जुलाई महीने के भारत के खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों का इंतजार कर रहा है, जो आज बाजार बंद होने के बाद जारी होंगे। साथ ही, अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक भी आज जारी होगा, जिसका असर फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों पर फैसले पर पड़ सकता है। रॉयटर्स के एक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत की मुद्रास्फीति दर आठ साल के निचले स्तर 1.76% पर रहने की उम्मीद है।
3. विदेशी निवेशकों की बिकवाली
एक्सचेंज डेटा के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सोमवार को ₹1,202.65 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे, जिससे शेयर बाजार पर अतिरिक्त दबाव पड़ा। अगस्त में अब तक विदेशी निवेशकों ने लगभग 15,221.52 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की है।
4. कच्चे तेल की कीमतों में तेजी
ब्रेंट क्रूड वायदा मंगलवार को 0.33% बढ़कर 66.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुँच गया। इससे भारत के आयात बिल और मुद्रास्फीति की दिशा को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।
5. इंडिया VIX में उछाल
शेयर बाजार की अस्थिरता को दर्शाने वाला अस्थिरता सूचकांक, इंडिया VIX, मंगलवार को 1% से ज़्यादा बढ़कर 12.35 पर पहुँच गया, जो निवेशकों की घबराहट को दर्शाता है।
6. कमज़ोर वैश्विक संकेत
एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी और हांगकांग का हैंग सेंग सूचकांक मंगलवार को गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। इससे पहले सोमवार को अमेरिकी शेयर बाजार भी लाल निशान में बंद हुआ था।
तकनीकी विशेषज्ञ क्या कहते हैं?
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स का कहना है कि निफ्टी की तेजी 24,590 के पास रुक गई, जो सावधानी और संभावित गिरावट का संकेत है। उन्होंने कहा कि दैनिक ऑसिलेटर अभी भी सकारात्मक हैं, जिससे सूचकांक के 25,000 या उससे ऊपर जाने की संभावना है, लेकिन इसके लिए पहले 24670, 24720 और 24,850 के स्तरों को पार करना होगा। अगर यह 24,590 के ऊपर टिकने में नाकाम रहता है, तो रुझान कमजोर होकर 24,450 के सपोर्ट स्तर तक जा सकता है।