क्रिकेट न्यूज़ डेस्क ।। 15 अगस्त भारत के इतिहास में दर्ज वो तारीख है जब देश को अंग्रेजों के चंगुल से आजादी मिली थी. साल 1947 में इसी तारीख को देश आजाद हुआ था. आज आजादी की 79वीं सालगिरह है. पूरा देश जश्न में डूबा हुआ है. इस बार पूरा भारत इसे अमृत मोहोत्सव के रूप में मना रहा है. यह तिथि तिरंगे के मान-सम्मान से जुड़ी है। यह हर भारतीय के स्वाभिमान से जुड़ा है। आजादी के बाद देश का सुचारू विकास हुआ। उस प्रगति का एक पन्ना भारतीय क्रिकेट से भी जुड़ा है. क्रिकेट के नाम पर भारत अब तक 15 अगस्त को 3 देशों से भिड़ चुका है.
आइए अब आपको एक-एक करके उन तीनों देशों के मैच नतीजों से रूबरू कराते हैं। दरअसल, यह मैच भारतीय क्रिकेट में संघर्ष, लड़ाई और जीत का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। 15 अगस्त को भारत ने 3 देशों के साथ क्रिकेट में 7 मैच खेले हैं. उन्होंने सबसे ज्यादा मैच इंग्लैंड के साथ खेले, उसके बाद श्रीलंका और फिर वेस्टइंडीज के साथ।
भारत बनाम इंग्लैंड, ओवल, 15-18 अगस्त 1936
ये मैच तब खेला गया था जब देश आज़ाद भी नहीं हुआ था. यानी तभी से क्रिकेट भारत की रग-रग में हिलोरें मार रहा था. लोग इस खेल के अंदाज और मिजाज को जानते थे. 15 अगस्त को भारतीय टीम पहली बार क्रिकेट मैच खेल रही थी. भारतीय क्रिकेट टीम का इंग्लैंड दौरा था. और, 15 अगस्त से ओवल में खेला गया यह मैच 1936 के दौरे का तीसरा टेस्ट मैच था।
मेजबान इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 8 विकेट पर 471 रन बनाए. जवाब में भारत की पहली पारी 222 रन पर ख़त्म हुई. उसने पीछा किया। दूसरी पारी में सीके नायडू ने 81 रन की पारी खेली और भारतीय टीम 313 रन बना सकी.
इंग्लैंड को सिर्फ 64 रनों का मामूली लक्ष्य मिला था जिसे उसने 1 विकेट खोकर हासिल कर लिया. इससे पहले इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेला गया सीरीज का पहला टेस्ट भी जीता था. जबकि मैनचेस्टर में खेला गया दूसरा टेस्ट ड्रॉ रहा था.
भारत बनाम इंग्लैंड, ओवल, 14-19 अगस्त 1952
आजादी के बाद यह पहला और दूसरा मौका था जब भारतीय टीम 15 अगस्त को क्रिकेट के मैदान पर थी. एक बार फिर इंग्लैण्ड की यात्रा हुई। 5 टेस्ट मैचों की सीरीज के शुरुआती 3 मैच इंग्लैंड ने जीते. ऐसे में सीरीज का चौथा मैच ओवल में खेला गया. इंग्लैंड ने पहली पारी 6 विकेट पर 326 रन बनाकर घोषित की. जवाब में भारतीय टीम अपनी पहली पारी में 98 रन पर ढेर हो गई. इसके बाद उस मैच में बारिश ने कई बार हस्तक्षेप किया, जिससे मैच खेलना मुश्किल हो गया और टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
भारत बनाम श्रीलंका, गॉल, 14-18 अगस्त 2001
49 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय टीम की क्रिकेट के मैदान पर वापसी हुई. साल था 2001 और मैच था क्रिकेट के लंबे फॉर्मेट में श्रीलंका के खिलाफ. भारत पहली पारी में 187 रन पर सिमट गया. जवाब में श्रीलंका ने पहली पारी में सनथ जयसूर्या के शतक के दम पर 362 रन बनाए. भारतीय टीम दूसरी पारी में 180 रन पर ऑलआउट हो गई. श्रीलंका को 6 रन का लक्ष्य मिला और उसने 10 विकेट से मैच जीत लिया।
भारत बनाम इंग्लैंड, द ओवल, 15-17 अगस्त 2014
एक बार फिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड था और फिर मैदान ओवल था। और, साल था 2014. टीम इंडिया एमएस धोनी की कप्तानी में ओवल में खेल रही थी. भारतीय टीम पहली पारी में 148 रन पर ढेर हो गई थी जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 486 रन बनाए थे. भारत दूसरी पारी में 100 रन भी नहीं बना सका. टीम महज 94 रन पर ऑलआउट हो गई. नतीजा यह हुआ कि पारी और 244 रन से हार हुई।
भारत बनाम श्रीलंका, गॉल, 12-15 अगस्त 2015
इस बार भारत ने श्रीलंका के खिलाफ गॉल टेस्ट में अच्छी शुरुआत की लेकिन उसे कायम नहीं रख सका. गॉल में खेले गए टेस्ट में भारतीय टीम ने मेजबान टीम को पहली पारी में 183 रन पर आउट कर दिया. जवाब में भारत ने पहली पारी में 375 रन बनाए. श्रीलंका ने दूसरी पारी में 367 रन बनाए. भारत को 176 रन का आसान लक्ष्य मिला. लेकिन श्रीलंका की घातक गेंदबाजी के सामने पूरी टीम 112 रन पर ढेर हो गई.
भारत बनाम वेस्टइंडीज, पोर्ट ऑफ स्पेन, 14-15 अगस्त 2019
15 अगस्त को भारतीय टीम ने पहली बार वनडे खेला. जब प्रारूप बदला तो विजय भी बदल गया। मैच 14 अगस्त को पोर्ट ऑफ स्पेन में भारतीय समयानुसार शाम 7 बजे शुरू हुआ लेकिन परिणाम 15 अगस्त की सुबह घोषित किया गया। बारिश से प्रभावित इस मैच में टीम इंडिया ने 6 विकेट से जीत हासिल की. वेस्टइंडीज ने 35 ओवर में 240 रन बनाए. भारत को डकवर्थ लुइस से 255 रनों का लक्ष्य मिला. कप्तान विराट के शतक के दम पर भारत ने यह मैच जीत लिया.
भारत बनाम इंग्लैंड, लॉर्ड्स, 12-16 अगस्त 2021
इस बार प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड था. मेज़बान वही था, केवल स्थान बदल गया। मैच ओवल की बजाय क्रिकेट के मक्का लॉर्ड्स में था. साल 2021 में खेले गए इस टेस्ट में भारत ने पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 364 रन बनाए. जवाब में इंग्लैंड ने 391 रन बनाए. इस तरह इंग्लैंड को पहली पारी में 27 रनों की बढ़त मिल गई.
भारत ने अपनी दूसरी पारी में 298 रन बनाए और इंग्लैंड को 272 रनों का लक्ष्य मिला. मेज़बान टीम का ये लक्ष्य मुश्किल नहीं था. लेकिन उनका सामना एक नए भारत से था, जिसके खिलाड़ी अच्छी तरह जानते थे कि विपक्षी टीम के घर में कैसे घुसना है, लड़ना है और जीतना है. गेंदबाजी के दम पर भारत ने यह मैच जीत लिया. वैसे तो यह क्रिकेट मैच 16 अगस्त को ख़त्म हुआ, लेकिन जीत की खुशबू पूरे भारत को 15 अगस्त को ही महसूस हुई.