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चिप की आड़ में अमेरिका चला रहा जासूसी स्पाई नेटवर्क, चीन ने US पर लगाए गंभीर आरोप

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अमेरिका और चीन के बीच एआई चिप्स को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है। अब चीन ने अमेरिका पर उन्नत एआई चिप्स में लोकेशन ट्रैकर लगाकर निगरानी करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। चीन की सरकारी मीडिया एजेंसी शिन्हुआ ने कहा है कि अमेरिका ने चिप व्यापार को निगरानी के खेल में बदल दिया है। उनका दावा है कि अमेरिका अपने व्यापारिक साझेदारों को कमज़ोर करने के लिए अपनी खुफिया शक्ति का इस्तेमाल करता है।

रिपोर्ट – लोकेशन ट्रैकर लगाए गए हैं
रॉयटर्स की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका ने कुछ चिप्स की एक खेप में गुप्त लोकेशन ट्रैकर लगाए हैं। ये चिप्स उन्नत तकनीक से बने हैं और इन्हें चीन भेजने पर प्रतिबंध है। अमेरिका का मानना है कि कुछ लोग अवैध रूप से इन चिप्स को चीन भेज सकते हैं। इसलिए, केवल उन्हीं शिपमेंट को निशाना बनाया गया है जिन पर संदेह है। इन ट्रैकर्स का इस्तेमाल पहले भी विमान के पुर्जों जैसे सामानों पर नज़र रखने के लिए किया जाता रहा है।

आरोप – दुनिया का सबसे बड़ा खुफिया नेटवर्क चला रहा है अमेरिका
शिन्हुआ ने अपने लेख में अमेरिका को दुनिया का सबसे बड़ा ‘खुफिया नेटवर्क’ चलाने वाला देश बताया है। उनका कहना है कि अगर अमेरिकी चिप्स को निगरानी के लिए इस्तेमाल होने वाला ‘ट्रोजन हॉर्स’ माना गया, तो ग्राहक इन चिप्स के विकल्प तलाशेंगे। आपको बता दें कि अमेरिका को भी शक है कि चीन से आने वाले सामान में जासूसी उपकरण हैं। साल 2022 में अमेरिका ने ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ का हवाला देते हुए चीनी कंपनी हुआवेई समेत कई कंपनियों के दूरसंचार उपकरणों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था।

चीनी कंपनियों को चेतावनी

चीन ने भी जवाबी कार्रवाई की है। हाल ही में, चीन के साइबरस्पेस प्रशासन ने अमेरिकी चिप निर्माता NVIDIA से पूछा कि क्या उनके H20 चिप्स में कोई सुरक्षा जोखिम है। इसके अलावा, चीनी अधिकारियों ने स्थानीय कंपनियों को NVIDIA के H20 चिप्स का इस्तेमाल न करने की सलाह दी है। खासकर इन चिप्स का इस्तेमाल सरकारी और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कामों में न करने को कहा जा रहा है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन ने सरकारी और निजी कंपनियों को इस चिप का इस्तेमाल बंद करने का आधिकारिक नोटिस भेजा है।

‘अमेरिका ने गुप्त ट्रैकर लगाए हैं’

टॉम्स हार्डवेयर की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने चिप्स की उन खेपों में ट्रैकर लगाए हैं जिनके अवैध रूप से चीन भेजे जाने का खतरा है। ये ट्रैकर हर खेप में नहीं, बल्कि केवल ‘उच्च जोखिम’ वाली खेपों में लगाए गए हैं। इन ट्रैकरों को शिपिंग कंटेनरों, सर्वर पैकेजिंग और सर्वर रैक में छिपाया गया है। कुछ ट्रैकर स्मार्टफोन जितने बड़े हैं और डेल और सुपर माइक्रो जैसी कंपनियों के उपकरणों में पाए गए हैं।

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