त्योहारों का मौसम आते ही ट्रेन टिकटों की माँग सबसे ज़्यादा बढ़ जाती है। दशहरा, दिवाली और छठ जैसे त्योहारों में लाखों लोग अपने घर जाते हैं और टिकट बुकिंग में भारी भीड़ होती है। अगर आप भी इस मौसम में ट्रेन से सफ़र करने वाले हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद ज़रूरी है। भारतीय रेलवे ने इस साल की शुरुआत से ही ट्रेन टिकट बुकिंग के कई नियम बदल दिए हैं। इन बदलावों का असर तत्काल टिकट, वेटिंग लिस्ट, किराए और रिजर्वेशन चार्ट पर पड़ेगा। यहाँ हम आपको आसान भाषा में सभी नए नियम बता रहे हैं… जिनका ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। वरना कन्फर्म ट्रेन टिकट मिलने में दिक्कत हो सकती है।
1. तत्काल टिकट के लिए आधार ज़रूरी
अब IRCTC पर तत्काल टिकट बुक करने के लिए आपके खाते से आधार नंबर लिंक होना ज़रूरी है। रेलवे ने स्पष्ट किया है कि सिर्फ़ आधार से जुड़े उपयोगकर्ता ही बुकिंग शुरू होने से 10 मिनट पहले तक टिकट बुक कर पाएँगे। इसका मतलब है कि अगर आपका IRCTC खाता आधार से लिंक नहीं है, तो तत्काल टिकट मिलने की संभावना कम हो जाएगी।
2. आधार ओटीपी के बिना टिकट बुकिंग नहीं होगी
रेलवे ने 15 जुलाई से आधार ओटीपी भी अनिवार्य कर दिया है। अब जब भी आप IRCTC ऐप या वेबसाइट से टिकट बुक करेंगे, आपके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा (Aadhaar verification IRCTC)। बिना ओटीपी डाले बुकिंग पूरी नहीं होगी। यह नियम खासतौर पर तत्काल टिकट बुकिंग (IRCTC Tatkal Booking Time) को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने के लिए लाया गया है। इसके अलावा, रेलवे एजेंट टिकट खुलने के शुरुआती 30 मिनट (Tatkal Ticket Booking Time) तक कोई भी टिकट बुक नहीं कर पाएंगे।
3. आपातकालीन कोटा (EQ) नियम बदले
रेलवे हर ट्रेन में वीआईपी, रेलवे स्टाफ और मेडिकल इमरजेंसी जैसी श्रेणियों के लिए कुछ सीटें आरक्षित रखता है। इसे आपातकालीन कोटा (Emergency quota for train ticket bookings) कहा जाता है। अब इस कोटे से टिकट बुक करने के लिए एक दिन पहले आवेदन देना होगा। अगर ट्रेन दोपहर 12 बजे से 2 बजे के बीच है, तो आवेदन पिछले दिन दोपहर 12 बजे तक करना होगा। वहीं, अगर ट्रेन दोपहर 2 बजे से 12 बजे के बीच है, तो अनुरोध पिछले दिन शाम 4 बजे तक भेजना होगा। जिस दिन ट्रेन है, उसी दिन अनुरोध करने का कोई फ़ायदा नहीं होगा।
4. रेलवे टिकट का किराया बढ़ा
1 जुलाई से ट्रेन के किराए में मामूली बढ़ोतरी हुई है। नॉन-एसी क्लास के टिकटों में 1 पैसे प्रति किलोमीटर और एसी क्लास के टिकटों में 2 पैसे प्रति किलोमीटर की बढ़ोतरी हुई है। अगर आप 500 किलोमीटर की यात्रा करते हैं, तो एसी में 10 रुपये और नॉन-एसी में 5 रुपये ज़्यादा देने होंगे। 1000 किलोमीटर की दूरी के लिए यह बढ़ोतरी 10 से 20 रुपये तक हो सकती है। रेलवे को उम्मीद है कि इससे सालाना 900 करोड़ रुपये से ज़्यादा का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।
5. वेटिंग टिकटों की सीमा
अब किसी भी क्लास में कुल सीटों के केवल 25% ही वेटिंग टिकट (भारतीय रेलवे वेटिंग टिकट) के रूप में जारी किए जाएँगे। मान लीजिए किसी कोच में 100 सीटें हैं, तो अब 25 से ज़्यादा वेटिंग टिकट नहीं मिलेंगे। यह नियम भीड़-भाड़ वाले रूटों पर यात्रियों के लिए परेशानी ज़रूर पैदा करेगा, लेकिन बुकिंग व्यवस्था को साफ़-सुथरा और पारदर्शी बनाएगा। महिलाओं और दिव्यांग यात्रियों को इस नियम से राहत दी गई है।
6. अब 8 घंटे पहले बनेगा आरक्षण चार्ट
रेलवे ने चार्ट बनने के समय में भी बदलाव किया है। अब आरक्षण चार्ट (Indian Railways Reservation Charts) ट्रेन छूटने के 8 घंटे पहले तैयार हो जाएगा। पहले यह 4 घंटे पहले बनता था। इसका फ़ायदा यह होगा कि यात्रियों को पहले ही पता चल जाएगा कि उनका टिकट कन्फ़र्म है या नहीं। अगर टिकट वेटिंग में रहता है, तो उनके पास दूसरा विकल्प चुनने के लिए पूरे 8 घंटे का समय होगा। रेलवे के ये सभी नए नियम यात्रियों की सुविधा और बुकिंग व्यवस्था को पारदर्शी बनाने के लिए लाए गए हैं। आधार लिंकिंग से लेकर किराए और वेटिंग टिकट की सीमा में बदलाव तक, हर बदलाव का सीधा असर आम यात्रियों पर पड़ेगा। अगर आप आने वाले महीनों में यात्रा करने वाले हैं, तो समय रहते अपना IRCTC अकाउंट अपडेट कर लें और इन नियमों को समझने के बाद ही टिकट बुक करें।