बिज़नस न्यूज़ डेस्क,ब्रॉडर इंडेक्सों ने बेंचमार्क इंडेक्सों के मुताबिक ही प्रदर्शन किया। इनमें लगातार दूसरे सप्ताह भी गिरावट का सिलसिला जारी रहा। मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.5-1 फीसदी की गिरावट आई। इस सप्ताह बीएसई सेंसेक्स 759.58 अंक या 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,619.33 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 50 सूचकांक 228.3 अंक या 0.97 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,203.20 पर बंद हुआ।
हालांकि, ब्रॉडर इंडेक्सों में बीएसई मिड-कैप और बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्सों में 1-1 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स में 0.5 प्रतिशत की गिरावट आई।सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो निफ्टी आईटी इंडेक्स में लगभग 6 फीसदी की गिरावट आई, निफ्टी रियल्टी में 2.5 फीसगी की गिरावट आई, निफ्टी हेल्थकेयर, मीडिया, एफएमसीजी इंडेक्स में 2 फीसदी से अधिक की गिरावट आई। वहीं, निफ्टी पीएसयू बैंक और मेटल इंडेक्स में 3 फीसदी की बढ़त हुई।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने सप्ताह के दौरान 25,218.60 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 25,151.27 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी। हालांकि, इस महीने में अब तक एफआईआई ने 46,576.06 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी बेची है और डीआईआई ने 49,367.14 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी है।
कोटक सिक्योरिटीज के इक्विटी रिसर्च हेड श्रीकांत चौहान ने कहा कि पिछले सप्ताह निफ्टी और सेंसेक्स में 1 फीसदी की गिरावट आई। यहां तक कि मिड-कैप सूचकांक और स्मॉल-कैप सूचकांक में भी पिछले सप्ताह लगभग 1 फीसदी की गिरावट आई। पिछले सप्ताह कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त (+5%) और रुपये में निरंतर गिरावट (-0.6%) के बीच लार्ज कैप शेयरों की तीसरी तिमाही की अच्छी कमाई भी बाजार की धारणा को बेहतर बनाने में असमर्थ रही।
बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में 6 फीसदी की गिरावट आई, जिसमें जय कॉर्प, केईसी इंटरनेशनल, आइनॉक्स विंड, स्किपर, ओरिएंटल रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर, गरवारे हाई-टेक फिल्म्स, ब्लू स्टार, पीसीबीएल के शेयरों में 15-23 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली। हालांकि, स्पंदना स्फूर्ति फाइनेंशियल, पीटीसी इंडस्ट्रीज, कॉफी डे एंटरप्राइजेज, विजया डायग्नोस्टिक सेंटर और पोकर्ना में 10-19 प्रतिशत के बीच तेजी देखने को मिली।
आगे कैसी रह सकती है बाजार की चाल
कोटक सिक्योरिटीज के अमोल अठावले का कहना है कि तकनीकी रूप से डेली और इंट्राडे चार्ट पर निफ्टी अभी भी निचले स्तर पर बना हुआ है जो वर्तमान स्तरों से और अधिक कमज़ोरी का संकेत दे रहा है। वर्तमान बाजार की बनावट कमज़ोर है,लेकिन यह ओवरसोल्ड भी है। इसलिए,शॉर्ट टर्म ट्रेडरों के लिए लेवव बेस्ड ट्रेडिंग आदर्श रणनीति होगी।
तेजड़ियों के लिए 23300/76900 एक अहम रजिस्टेंस स्तर के रूप में कार्य करेगा। इस स्तर से ऊपर,हम 23500/77500 और 23590/77800, या 20-डे सिंपल मूविंग एवरेज (SMA) तक पुलबैक रैली देखने को मिल सकती है। दूसरी ओर, 23100/76300 एक अहम सपोर्ट जोन के रूप में कार्य करेगा। इस स्तर से नीचे बाजार 23000/76000 तक फिसल सकता है। आगे की कमजोरी संभावित रूप से निफ्टी को 22850/75700 तक खींच सकती है।
बैंक निफ्टी की बात करें तो जब तक यह 49200 से नीचे कारोबार कर रहा है, तब तक कमजोर सेंटीमेंट जारी रहने की संभावना है। नीचे की ओर, यह 48000-47600 के स्तर को छू सकता है। हालांकि, अगर यह 49200 से ऊपर जाने में कामयाब रहता हैतो 49800-50000 तक पहुंचने की संभावना काफी बढ़ जाएगी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के नागराज शेट्टी का कहना है कि वीकली चार्ट पर निफ्टी ने माइनर अपर और लोअर शैडो के साथ एक छोटी बुलिश कैंडल बनाई है। तकनीकी रूप से यह वीकली मार्केट ऐक्शन डोजी कैंडल पैटर्न के गठन का संकेत है। आम तौर पर किसी अच्छे करेक्शन के बाद एक डोजी पैटर्न की पुष्टि संभावित रिवर्सल का संकेत होता है।
रेंज मूवमेंट के बीच निफ्टी का शॉर्ट टर्म रुझान कमजोर बना हुआ है। 23400 से ऊपर का कोई निर्णायक उछाल बाजार में नए सिरे से खरीदारी का उत्साह भर सकता है। निफ्टी के लिए तत्काल सपोर्ट 23100 पर दिख रहा है।मिरे एसेट शेयरखान में तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक जतिन गेडिया का कहना है कि निफ्टी नीचे की ओर 23000 के मनोवैज्ञानिक स्तर की ओर फिसल सकता है। 23000 का सपोर्ट टूटने पर 22670 तक की गिरावट मुमकिन है। वहीं, अगर बिक्री के दबाव से निपटने में सफलता मिलती तो निफ्टी 23100 – 23300 के रेंज में कंसोलीडेट होता नजर आ सकता है।