मनोरंजन न्यूज़ डेस्क – अपना 58वां जन्मदिन मना रहे संगीतकार एआर रहमान की जिंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। सफलता पाने से पहले उन्होंने भी कड़ा संघर्ष किया। आइए जानते हैं एआर रहमान से जुड़ी 10 रोचक कहानियां।एआर रहमान का जन्म एक हिंदू परिवार में हुआ था। उनका नाम दिलीप कुमार रखा गया था। जब रहमान 23 साल के हुए तो उन्होंने अपने गुरु कादरी इस्लाम से प्रभावित होकर इस्लाम धर्म कबूल कर लिया। रहमान का पूरा नाम अल्लाह रक्खा रहमान है।
एआर रहमान को संगीत अपने पिता आरके शेखर से विरासत में मिला था। रहमान जब नौ साल के थे तो उनके पिता का देहांत हो गया था। आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने पर उन्होंने अपने परिवार के संगीत वाद्ययंत्र बेच दिए थे।
दिग्गज संगीतकार एआर रहमान के पास बचपन में अपनी पढ़ाई पूरी करने के लिए भी पैसे नहीं थे। 15 साल की उम्र में कम उपस्थिति के कारण उन्हें स्कूल छोड़ना पड़ा। उन्होंने अपनी प्रतिभा को अपना हथियार बनाया।
एक समय ऐसा भी आया जब रहमान आत्महत्या करने के बारे में सोचने लगे थे। उस समय उनकी उम्र महज 25 साल थी। दरअसल, पिता की मौत के कारण वे अकेले रह गए थे। संगीत के प्रति उनके जुनून ने रहमान को इन हालातों से उबरने में मदद की।
गरीबी के दिनों में रहमान रिकॉर्ड बजाते थे। इसके लिए रहमान को पहली बार 50 रुपए मिले थे, जो उनके जीवन की पहली सैलरी थी। बाद में यह रिकॉर्ड फिल्म ताल के लिए 6 करोड़ रुपए में बिका। यह किसी हिंदी फिल्म के संगीत के लिए अब तक की सबसे बड़ी कीमत है।
1991 में रहमान ने फिल्मों के लिए संगीत बनाना शुरू किया। मणिरत्नम ने उन्हें अपनी फिल्म ‘रोजा’ के लिए संगीत तैयार करने का मौका दिया। यह पहली दक्षिण भारतीय फिल्म थी जिसके गाने हिंदी में डब किए गए और सुपरहिट रहे।
2013 तक रहमान का नाम पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका था। रहमान के नाम एक कॉन्सर्ट के सबसे महंगे टिकट बेचने का रिकॉर्ड भी है। इसके अलावा कनाडा में एक सड़क का नाम उनके नाम पर रखा गया है।
रहमान को अब तक दक्षिण भारतीय फिल्मों के लिए छह राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, दो ऑस्कर पुरस्कार, दो ग्रैमी पुरस्कार, एक गोल्डन ग्लोब पुरस्कार, 15 फिल्मफेयर पुरस्कार और 17 साउथ फिल्मफेयर पुरस्कार मिल चुके हैं।
रहमान और उनके बेटे अमीन का जन्मदिन एक ही दिन यानी 6 जनवरी को पड़ता है। रहमान अपना जन्मदिन बहुत ही साधारण तरीके से मनाते हैं और अनाथ बच्चों के साथ बिताते हैं।
ए.आर. रहमान का चेन्नई में अपना खुद का म्यूजिक स्टूडियो है। रहमान कभी भी संगीत बनाने के लिए मुंबई नहीं आते। उनकी पहली शर्त यह है कि वे चेन्नई में अपने स्टूडियो में ही संगीत बनाएंगे।