मूवी रिव्यू
- नाम:आश्रम 3 पार्ट 2
- रेटिंग :
- कलाकार :बॉबी देओल, चंदन रॉय सान्याल, आदिती पोहनकर
- निर्देशक :प्रकाश झा
- निर्माता :
- लेखक :
- रिलीज डेट :Feb 27, 2025
- प्लेटफॉर्म :अमेजन प्राइम वीडियो
- भाषा :हिंदी
- बजट :N/A
लोगों को अंधभक्ति के जाल में फंसाकर पाखंडी बाबा निराला (बॉबी देओल) ऐशोआराम की जिंदगी जीने का आदी हो जाता है। जब पम्मी पहलवान (अदिति पोहनकर) बाबा पर बलात्कार का आरोप लगाकर उसके खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की कोशिश करती है, तो वह खुद बाबा की ताकत के सामने जेल पहुंच जाती है।
आश्रम सीजन 3 के पार्ट 2 में कहानी को अंजाम तक पहुंचाया गया है। इसमें पम्मी का बदला लेने का तरीका जरूर बदल जाता है, लेकिन मकसद नहीं बदलता। इस बार वह बाबा पर सीधे हमला नहीं करती, बल्कि उनकी मजबूत कड़ी को ही दुश्मन बनाकर अपने सामने खड़ा कर देती है। देखते हैं कि वेब सीरीज के नए सीजन के लिए 2 साल तक इंतजार करना सही साबित होता है या नहीं।
आश्रम 3 की कहानी भाग 2
एक बदनाम आश्रम सीजन 3 पार्ट 2 (Aashram 3 Part 2) की कहानी पहले पार्ट से आगे बढ़ती है। पम्मी अत्याचारों के खिलाफ लड़ने के लिए कोर्ट पहुंच गई है, लेकिन बाबा निराला कोर्ट में खुद को नपुंसक घोषित कर बरी हो जाता है। इसी समय, पम्मी को झूठे आरोपों में गिरफ्तार कर लिया जाता है। पम्मी समझ चुकी है कि जेल से बाहर निकलने का सिर्फ एक ही रास्ता है और जब बाबा निराला उससे मिलने आता है तो वह उसे अपने जाल में फंसाने में सफल हो जाती है। बाबा निराला एक बार फिर पम्मी को आश्रम में ले आते हैं, लेकिन भोपा स्वामी ने सख्त हिदायत दी कि वह बाबा के आसपास बिल्कुल भी नहीं दिखेगी। भोपा ने बाबा को यहां तक चेतावनी दी कि यह लड़की भस्मासुर है, जो अपनी आग में पूरे आश्रम को जला देगी।
पम्मी ने ढोंगी बाबा को हराने के लिए उसके करीबी दोस्त भोपा स्वामी को अपने जाल में फंसाया। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती रहीं। कहानी में बड़ा मोड़ तब आया जब खुद बाबा निराला ने दोनों को गलत परिस्थिति में रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद भोपा को शुद्धिकरण का आदेश दिया जाता है। शायद यही बाबा निराला की सबसे बड़ी भूल साबित हुई, जिसके कारण उनका अंत निकट आ गया। सीरीज में सबसे बड़ा ट्विस्ट एपिसोड 4 में आता है, जब भगवान निराला उर्फ मोंटी के बाबा बनने की सच्चाई सामने आती है। सब-इंस्पेक्टर उज्जड़ सिंह (दर्शन कुमार) मनसुख बाबा के मुख्य सेवक से मिलता है। इसके बाद पूरा इतिहास खुलता है कि कैसे उसने भोपा से हाथ मिलाकर मनसुख की गद्दी पर कब्जा कर लिया था। आश्रम सीजन 3 के पार्ट 2 की कहानी अंत तक और भी दिलचस्प हो जाती है, जब पम्मी और भोपा मिलकर बाबा से बदला लेने की राह पर निकल पड़ते हैं और अंत में आपको देखने को मिलेगा कि कैसे बाबा का अहंकार उसके अंत का कारण बनता है। खैर, अगर आप सीरीज देखेंगे तो आपको कहानी की रोचकता ज्यादा बेहतर समझ आएगी।
अभिनय और निर्देशन
निर्देशक प्रकाश झा ने एक बार फिर बेहतरीन काम किया है। इस बार सीरीज को 5 एपिसोड में रिलीज किया गया है, जो ड्रामा, सस्पेंस और ट्विस्ट से भरपूर है। खैर, पहले या दूसरे एपिसोड में भोपा और पम्मी के कुछ दृश्यों को अनावश्यक रूप से खींचा गया है। यदि इसे सीधे मुख्य मोड़ पर ले जाया जाता तो शायद कहानी अधिक प्रभावशाली होती। हालाँकि, श्रृंखला में निर्देशक का काम अभी भी शानदार कहा जा सकता है। बॉबी देओल ने बाबा निराला की भूमिका में शानदार काम किया है। उन्होंने अपने किरदार की सभी ज़रूरतें पूरी कर दी हैं। अदिति पोहनकर ने इस बार पम्मी के किरदार में सनसनी मचा दी है। आश्रम का यह भाग पूरी तरह से उनके बदले की आग पर आधारित है। चंदन रॉय सान्याल उर्फ भोपा स्वामी का किरदार भी इस बार अधिक प्रमुख हो गया है। इसके अलावा दर्शन कुमार ने सब-इंस्पेक्टर उज्जत सिंह का किरदार बखूबी निभाया है। आश्रम के बाबा को सजा दिलाने में उनका बड़ा योगदान रहा है। वहीं त्रिधा चौधरी (बबीता), परिणीता सेठ (साध्वी माता) जैसे कई अन्य कलाकारों का काम भी तारीफ के काबिल है।
कुल मिलाकर यह सीरीज देखी जा सकती है। हम इसे 3 स्टार दे रहे हैं। आप इसका आनंद ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेज़न प्राइम वीडियो पर ले सकते हैं।