एक समय था जब भारत अन्य देशों से स्मार्टफोन आयात करता था लेकिन अब स्थिति बदल गई है। एप्पल और सैमसंग जैसी बड़ी कंपनियां भारत में फोन बना रही हैं और उन्हें दुनिया भर में भेज रही हैं। यह न केवल व्यापार के लिए बड़ी जीत है, बल्कि भारत को मजबूत बनाने के लिए भी बड़ी जीत है। सरकार की अच्छी नीतियों, मेहनती लोगों और बड़े बाजार के कारण भारत अब स्मार्टफोन बनाने का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। यह बदलाव देश के लिए गर्व की बात है और आने वाले वर्षों में भारत इससे भी आगे बढ़ेगा।
भारत में स्मार्टफोन उत्पादन में वृद्धि
भारत में ‘मेड इन इंडिया’ स्मार्टफोन शिपमेंट 2024 में 6% बढ़ेगा, जिसमें एप्पल और सैमसंग का निर्यात में 94% योगदान होगा। काउंटरपॉइंट की ‘मेक इन इंडिया’ रिपोर्ट के अनुसार, इन दोनों कंपनियों ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में देश को मजबूत करने और आयात पर निर्भरता कम करने के लिए भारत में उत्पादन तेजी से बढ़ाया है। भारत सरकार की उत्पादन-संबद्ध प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना ने भी इन ब्रांडों को भारत में अधिक विनिर्माण के लिए प्रेरित किया है।
सैमसंग ने पहला स्थान बरकरार रखा
सैमसंग ने 2024 में भारत के नंबर 1 स्मार्टफोन निर्माता के रूप में अपना स्थान बनाए रखा और इसकी बिक्री में 7% की वृद्धि हुई। कंपनी के निर्यात में भी 13% की वृद्धि हुई, जिससे उसकी बाजार हिस्सेदारी मजबूत हुई। वीवो ने 14% की वार्षिक वृद्धि के साथ दूसरा स्थान प्राप्त किया। फॉक्सकॉन होन हाई का उत्पादन भी मुख्य रूप से iPhone 14, iPhone 15 और iPhone 13 के कारण 19% बढ़ा। दूसरी ओर, ओप्पो को झटका लगा और वह चौथे स्थान पर आ गया क्योंकि उसके शिपमेंट में 34% की गिरावट आई।
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सबसे तेजी से बढ़ती कंपनी
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स 2024 में 107% उत्पादन वृद्धि के साथ सबसे तेजी से बढ़ने वाली स्मार्टफोन निर्माता कंपनी बन गई। इसमें iPhone 15 और iPhone 16 मॉडल का बड़ा योगदान रहा। डिक्सन पूरे मोबाइल हैंडसेट बाजार (स्मार्टफोन और फीचर फोन) में नंबर 1 निर्माता के रूप में उभरा। ट्रांजिशन ब्रांड्स और मोटोरोला से मजबूत शिपमेंट के कारण कंपनी की बाजार पकड़ और मजबूत हुई। डिक्सन ने स्मार्टफोन के मामले में भी वर्ष-दर-वर्ष 39% की वृद्धि दर्ज की। ट्रांजिशन ब्रांड्स और रियलमी के साथ नई साझेदारियों ने इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
भारत स्मार्टफोन निर्माण का प्रमुख केंद्र बन गया है
भारत में स्मार्टफोन निर्माण तेजी से बढ़ रहा है, जो दुनिया भर की कंपनियों को बड़ा अवसर दे रहा है। कई वैश्विक ब्रांड अब अपना उत्पादन विभिन्न देशों में फैला रहे हैं ताकि वे किसी एक देश पर अत्यधिक निर्भर न रहें। बड़े बाजार, सस्ते श्रम और सहायक सरकारी योजनाओं के कारण भारत एक मजबूत विनिर्माण केंद्र बन रहा है। भारत में स्मार्टफोन का उत्पादन 2025 में तेजी से बढ़ने की संभावना है और स्थानीय स्तर पर निर्मित भागों की संख्या में भी वृद्धि होने की उम्मीद है।