एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच को लेकर बवाल मचा हुआ है। टूर्नामेंट शुरू होने में अभी लगभग डेढ़ महीने का समय बाकी है, जिसमें 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान की भिड़ंत (India vs Pakistan Asia Cup) होने वाली है। पाकिस्तान के साथ न खेलने का मुद्दा भारतीय संसद में भी उठ चुका है। कुछ दिन पहले ही WCL 2025 में भारत-पाकिस्तान का मैच रद्द कर दिया गया था। उसके बाद जैसे ही खबर आई कि BCCI एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने के लिए तैयार हो गया है, पूरे भारत में एक चिंगारी भड़क उठी, जो अब आग की तरह फैल रही है। गली-मोहल्ले में पाकिस्तान के साथ मैच का विरोध हो रहा है, लेकिन BCCI क्यों राजी हुआ और भारत सरकार ने उसे ऐसा करने से क्यों नहीं रोका? यहाँ जानें पूरी सच्चाई।
BCCI क्यों राजी हुआ?
पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्ते इतिहास के सबसे निचले स्तर पर पहुँच गए थे। इस तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद, BCCI एशिया कप में पाकिस्तान के साथ खेलने के लिए क्यों राजी हुआ? इसके पीछे की वजह ओलंपिक 2036 के लिए भारत की दावेदारी है। भारत पिछले डेढ़ दशक से पाकिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेल रहा है, लेकिन किसी भी बहुराष्ट्रीय प्रतियोगिता की मेज़बानी पाने के लिए यह ज़रूरी है कि भारत को अपने किसी भी कट्टर प्रतिद्वंद्वी से कोई आपत्ति न हो।इस साल भारत जूनियर हॉकी विश्व कप और एशिया कप की मेज़बानी करने वाला है। भारत सरकार ने दोनों टूर्नामेंटों के लिए पाकिस्तानी टीमों को भारत आने की अनुमति दे दी है। हालाँकि बीसीसीआई सीधे तौर पर भारत सरकार के अधीन नहीं है, लेकिन सरकार द्वारा हॉकी टीमों को अनुमति मिलने के बाद बीसीसीआई के लिए एशिया कप में पाकिस्तान के साथ खेलने का रास्ता आसान हो गया।
भारत-पाकिस्तान मैच कब होगा?
एशिया कप 2025 में कुल 8 टीमें हिस्सा लेने वाली हैं। हालाँकि भारत इस टूर्नामेंट की मेज़बानी करने वाला था, लेकिन बीसीसीआई ने एशिया कप को किसी तटस्थ स्थान पर आयोजित करने पर सहमति जताई थी। अब यह टूर्नामेंट यूएई में आयोजित किया जाएगा, जहाँ 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच मैच खेला जाएगा।