बिज़नेस न्यूज़ डेस्क – बजट की तैयारियों के साथ ही महिलाओं को सरकार से काफी उम्मीदें हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनमें से एक है महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना। यह योजना महिलाओं को बचत और निवेश के जरिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से लाई गई थी। इस योजना में निवेश करने की अंतिम तिथि मार्च 2025 है। हालांकि, अब सवाल यह है कि क्या सरकार बजट में इस योजना की समयसीमा बढ़ाएगी? अगर समयसीमा बढ़ाई जाती है तो महिलाओं के पास उनके लिए एक और योजना होगी।
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना
पोस्ट ऑफिस की महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना खास तौर पर महिलाओं और लड़कियों के लिए शुरू की गई है। यह योजना महिलाओं को सुरक्षित और आकर्षक निवेश का विकल्प देती है।
ब्याज दर: इस योजना में सालाना 7.5% का ब्याज मिलता है।
निवेश सीमा: इसमें महिलाएं न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 2 लाख रुपये निवेश कर सकती हैं।
परिपक्वता: यह योजना 2 साल में परिपक्व होती है, जिसमें निवेश की गई राशि के साथ ब्याज भी मिलता है।
कर लाभ: इस योजना को आयकर अधिनियम की धारा 80सी के तहत छूट प्राप्त है।
2 साल में 2.32 लाख का फंड
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना में 2 लाख रुपये निवेश करने पर 2 साल में 2.32 लाख रुपये मिलते हैं। तिमाही आधार पर बैंक खाते में ब्याज जमा होता है। यह योजना न केवल महिलाओं को बचत करने के लिए प्रेरित करती है, बल्कि उन्हें सुरक्षित और लाभदायक निवेश विकल्प भी देती है।
क्या निवेश का समय बढ़ेगा?
महिलाएं उम्मीद कर रही हैं कि सरकार इस योजना की समय सीमा बढ़ाएगी। अभी तक सरकार की ओर से इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, अगर सरकार बजट 2025 में इस योजना को आगे बढ़ाती है, तो यह महिलाओं के लिए बड़ी राहत होगी।
योजना की खास बातें
खाता खोलने के 6 महीने बाद इसे बंद किया जा सकता है, लेकिन ब्याज दर 2% कम हो जाएगी।
खाता खोलने के 1 साल बाद 40% राशि निकाली जा सकती है।
खाताधारक की मृत्यु होने पर खाता बंद किया जा सकता है।
महिलाओं के लिए बड़ा मौका
महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना महिलाओं को सुरक्षित और लाभदायक निवेश का मौका देती है। अब देखना यह है कि सरकार बजट 2025 में इस योजना का समय बढ़ाकर महिलाओं को बड़ा तोहफा देती है या नहीं।