बिज़नस न्यूज़ डेस्क,वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना लगातार आठवां बजट पेश करते हुए उड़ान योजना पर एक बड़ा ऐलान किया है। वित्त मंत्री ने बताया कि अब उड़ान योजना से 120 नए शहर जोड़े जाएंगे। योजना के तहत अगले दस साल में 120 नये हवाईअड्डे बनेंगे। इससे 4 करोड़ अतिरिक्त यात्रियों की क्षमता विकसित होगी।वित्त मंत्री ने बताया कि उड़ान की सफलता से प्रेरित होकर, एक संशोधित योजना शुरू की जाएगी। यह योजना पहाड़ी, आकांक्षी और पूर्वोत्तर क्षेत्रीय जिलों में हेलीपैड और छोटे हवाई अड्डों की भी तस्वीर बदलेगी।
क्या है उड़ान योजना
21 अक्टूबर, 2016 को क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) – उड़ान, या “उड़े देश का आम नागरिक” की शुरुआत हुई थी। योजना के तहत भारत में ऐसे स्थान, जहां हवाई सेवा नहीं है उन्हें हवाई संपर्क से जोड़ना है। उड़ान का कॉन्सेप्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन से जुड़ा है। पीएम मोदी ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि वे हवाई जहाज में चप्पल पहने लोगों को चढ़ते देखना चाहते हैं।
विमानों की बढ़ी डिमांड
इस योजना के विस्तार से सभी आकारों के नए विमानों की मांग बढ़ी है। इस योजना के तहत रूट्स पर विमानों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसमें एयरबस 320/321, बोइंग 737, एटीआर 42 और 72, डीएचसी क्यू400, ट्विन ओटर, एम्ब्रेयर 145 और 175, टेकनम पी2006टी, सेसना 208बी ग्रैंड कारवां ईएक्स, डोर्नियर 228, एयरबस एच130 और बेल 407 जैसे विमान शामिल हैं।