बिज़नेस न्यूज़ डेस्क –केंद्रीय बजट के बाद सोना महंगा होने जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सोने पर आयात शुल्क बढ़ाने जा रही हैं। वह 1 फरवरी को बजट में इसकी घोषणा करेंगी। इससे सोना महंगा हो जाएगा। पिछले साल जुलाई में पेश किए गए केंद्रीय बजट में वित्त मंत्री ने सोने और चांदी पर शुल्क घटाने की घोषणा की थी। इससे कीमतों में कमी आई थी। इसका असर आयात पर पड़ा था। पिछले साल अगस्त में सोने के आयात में भारी उछाल आया था।
पिछले साल घटाया गया था आयात शुल्क
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 23 जुलाई 2024 को सोने और चांदी पर आयात शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया था। इससे पहले कभी भी एक बार में सोने के आयात शुल्क में इतनी कटौती नहीं की गई थी। इसके साथ ही 2023 के बाद पहली बार सोने पर आयात शुल्क 10 प्रतिशत से नीचे आ गया। इसका सीधा असर सोने के आयात पर देखने को मिला। अगस्त 2024 में सोने के आयात में साल-दर-साल 104 प्रतिशत का उछाल आया।
सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर
इस बीच, सोने की कीमतें फिर से रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं। इसकी मुख्य वजह डॉलर में कमजोरी है। चौथी तिमाही में अमेरिका में जीडीपी ग्रोथ उम्मीद से कम रही है। इसका असर डॉलर पर पड़ा है। डॉलर में कमजोरी के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत 1.1 फीसदी बढ़कर 2,790 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गई। यह सोने की सबसे ऊंची कीमत है। इससे पहले पिछले साल अक्टूबर में सोने की कीमत रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई थी। डॉलर में कमजोरी से विदेशी मुद्रा में सोना खरीदना सस्ता हो जाता है। इसलिए, डॉलर के कमजोर होने पर सोने में तेजी आती है। भारत में सोने की कीमत 30 जनवरी को पहली बार 81,000 प्रति 10 ग्राम के पार चली गई।
बजट में बढ़ सकती है आयात शुल्क
अगर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को सोने पर आयात शुल्क बढ़ाती हैं, तो सोना महंगा हो जाएगा। सोने की कीमत कितनी बढ़ेगी, यह इस बात पर निर्भर करता है कि सरकार बजट में सोने पर आयात शुल्क कितना बढ़ाती है। हालांकि, ज्वैलर्स इंडस्ट्री ने सरकार से सोने पर आयात शुल्क न बढ़ाने का अनुरोध किया है। उसका मानना है कि पिछले 1-2 सालों में अमेरिका और कनाडा जैसे देशों को सोने के आभूषणों का निर्यात कम हुआ है। आयात शुल्क बढ़ाने से सोने के आभूषणों के निर्यात पर बुरा असर पड़ेगा। साथ ही इससे देश में सोने की तस्करी भी बढ़ सकती है।
आपको क्या करना चाहिए?
विशेषज्ञों का कहना है कि छोटी और मध्यम अवधि में सोने की कीमतों में तेजी का सिलसिला जारी रहेगा। इसका मुख्य कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता है। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद से अमेरिकी सरकार की नीति में बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। ट्रंप ने मैक्सिको समेत कई पड़ोसी देशों पर आयात शुल्क बढ़ाने का ऐलान किया है। उन्होंने चीन से आयात पर शुल्क बढ़ाने की भी धमकी दी है। अगर वह चीन से आयात पर शुल्क बढ़ाते हैं तो इससे अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उथल-पुथल की स्थिति बन सकती है। ऐसे में सोने की चमक बढ़ सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि एक निवेशक के पोर्टफोलियो में कम से कम 5-10 फीसदी सोना होना चाहिए। अगर आपके पोर्टफोलियो में सोने की हिस्सेदारी कम है तो आप सोने में निवेश कर सकते हैं। बजट के बाद सोना महंगा हो सकता है। ऐसे में आप आज 31 जनवरी को सोने में कुछ पैसे निवेश कर सकते हैं। बाकी निवेश आप बजट के बाद कर सकते हैं। अगर सरकार सोने पर आयात शुल्क बढ़ाती है तो इसके तुरंत प्रभाव से लागू होने की उम्मीद कम है। ऐसे में आप सोने की बाकी खरीदारी बजट के बाद भी कर सकते हैं। इससे आपके सोने की खरीदारी की औसत कीमत कम हो जाएगी।