दुनिया की सबसे बड़ी पैकेज्ड फ़ूड कंपनी नेस्ले के शेयरों में भारी उछाल आया है, जबकि कर्मचारियों की छंटनी का ख़तरा मंडरा रहा है। कंपनी के नए सीईओ, फिलिप नेवराटिल ने गुरुवार को एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि नेस्ले 16,000 कर्मचारियों की छंटनी करेगी। दिलचस्प बात यह है कि इस घोषणा के बाद कंपनी के शेयरों में लगभग 5% की उछाल आई, जिससे निवेशकों में खुशी की लहर दौड़ गई।
नेस्ले के नए सीईओ, नेवराटिल ने कहा कि यह फ़ैसला कंपनी को और ज़्यादा कुशल और लाभदायक बनाने के लिए लिया गया है। इनमें से 12,000 व्हाइट-कॉलर कर्मचारियों की छंटनी की जाएगी, जबकि बाकी 4,000 कर्मचारियों की छंटनी विनिर्माण और आपूर्ति श्रृंखला क्षेत्रों में की जाएगी। वर्तमान में, कंपनी के दुनिया भर में लगभग 2,77,000 कर्मचारी हैं। नेवराटिल ने कहा कि कंपनी अब प्रदर्शन की मानसिकता के साथ काम करेगी और केवल उन्हीं कर्मचारियों को पुरस्कृत करेगी जो बेहतर परिणाम देते हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया तेज़ी से बदल रही है और नेस्ले को भी उसी गति से बदलाव लाना होगा।
शेयरों में उछाल
छंटनी की खबर से नेस्ले के शेयरों में तेज़ी आई। बीएसई पर कंपनी के शेयर 5% बढ़कर ₹1,286 पर पहुँच गए। नेस्ले इंडिया ने सितंबर तिमाही में राजस्व में 11% की वृद्धि दर्ज की, जो उसकी अब तक की सबसे अधिक तिमाही बिक्री है। हालाँकि शुद्ध लाभ 17% घटकर ₹743 करोड़ रह गया, लेकिन मज़बूत घरेलू बिक्री और दोहरे अंकों में बिक्री वृद्धि के कारण बाजार ने इस परिणाम को सकारात्मक रूप से लिया।
भारत में मज़बूत प्रदर्शन
नेस्ले इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक मनीष तिवारी ने कहा कि भारत में घरेलू बिक्री 10.8% बढ़कर ₹5,411 करोड़ हो गई। उन्होंने बताया कि त्योहारी सीज़न के दौरान मैगी, नेस्ले और किटकैट जैसे उत्पादों की माँग लगातार बढ़ रही है। नेवराटिल ने कहा कि कंपनी अब लागत में 3 बिलियन स्विस फ्रैंक (लगभग 3.77 बिलियन रुपये) की कटौती करेगी और बिक्री को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का प्रयास करेगी।