क्या आपने कभी सोचा है कि ChatGPT से पूछे गए आपके सवालों की भाषा उसके जवाब की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती है? अमेरिका की Pennsylvania State University में किए गए एक हालिया अध्ययन ने यह चौंकाने वाला खुलासा किया है कि अगर आप ChatGPT से थोड़ा “रुखे” या सीधे अंदाज़ में सवाल पूछते हैं, तो यह ज्यादा सटीक और उपयोगी जवाब देता है।
अध्ययन की रूपरेखा
इस शोध का शीर्षक था — “Mind Your Tone: Investigating How Prompt Politeness Affects LLM Accuracy”। इसमें शोधकर्ताओं ने यह जांचने की कोशिश की कि एआई मॉडल (जैसे ChatGPT) के जवाबों की सटीकता पर सवाल पूछने के लहजे का क्या असर पड़ता है।
इसके लिए उन्होंने 50 बहुविकल्पीय (Multiple Choice) सवाल चुने और उन्हें पाँच अलग-अलग बोलचाल के टोन में लिखा गया:
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बहुत विनम्र (Very Polite)
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विनम्र (Polite)
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तटस्थ (Neutral)
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रुखा (Rude)
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बहुत रुखा (Very Rude)
इन पाँच टोन में कुल 250 सवाल तैयार किए गए और GPT-4o जैसे बड़े भाषा मॉडल से उनके जवाब लिए गए।
चौंकाने वाले नतीजे
परिणामों से पता चला कि जितना सवाल सीधे और स्पष्ट लहजे में पूछा गया, उतने ही सटीक उत्तर मिले।
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बहुत विनम्र टोन में सही उत्तरों की दर 80.8% रही।
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तटस्थ टोन में यह बढ़कर 82.2% हो गई।
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और जब सवाल “बहुत रुखे” अंदाज़ में पूछे गए, तब सटीकता 84.8% तक पहुँच गई।
अर्थात् जितना सवाल स्पष्ट और आदेशात्मक था, उतना ही ChatGPT ने बेहतर प्रदर्शन किया।
क्यों होता है ऐसा?
विशेषज्ञों के अनुसार, विनम्र भाषा में अक्सर “कृपया”, “क्या आप बता सकते हैं” या “अगर आपको समय मिले तो…” जैसे वाक्यांश होते हैं। ये वाक्य मॉडल के लिए थोड़ा भ्रम पैदा करते हैं क्योंकि वे अप्रत्यक्ष (Indirect) होते हैं। इसके विपरीत, रुखे या सीधे सवाल — जैसे “बस जवाब दो” या “सही विकल्प बताओ” — मॉडल को स्पष्ट निर्देश देते हैं कि क्या करना है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि एआई मॉडल इंसानों की तरह टोन या भावनाएँ नहीं समझता। वह केवल शब्दों को पैटर्न की तरह पढ़ता है। जब भाषा सीधी और स्पष्ट होती है, तो मॉडल बेहतर ढंग से समझ पाता है कि उपयोगकर्ता का उद्देश्य क्या है, जिससे उत्तर की सटीकता बढ़ जाती है।
रुखा होना समाधान नहीं
हालांकि, शोधकर्ताओं ने यह भी स्पष्ट किया कि इसका यह मतलब नहीं है कि लोगों को एआई से हमेशा कठोर या असभ्य भाषा में बात करनी चाहिए। ऐसा करने से उपयोगकर्ता अनुभव पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। यह अध्ययन केवल यह दर्शाता है कि एआई तकनीकी रूप से किस तरह भाषा को प्रोसेस करता है।








