मेटा अब अपने मेटा एआई चैटबॉट के लिए एक स्टैंडअलोन ऐप लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। नई रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ऐप 2025 की दूसरी तिमाही (Q2) में लॉन्च हो सकता है, जो यूजर्स को अधिक इमर्सिव AI अनुभव प्रदान करेगा। आपको बता दें कि मेटा फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम की मूल कंपनी है। आइये जानते हैं कंपनी के नए ऐप के बारे में।
मेटा एआई का बढ़ता उपयोगकर्ता आधार
एआई असिस्टेंट | मासिक विजिट्स | मुख्य प्रतियोगी | रणनीति |
ChatGPT | करोड़ों (हजारों लाख) | Google Gemini, Grok (Elon Musk), Meta AI | स्थापित लीडर, भारी ट्रैफिक |
Meta AI | 10 मिलियन से कम | ChatGPT, Google Gemini, Grok | 2025 तक टॉप पोजीशन का लक्ष्य, 24/7 वर्क मॉडल, स्टैंडअलोन ऐप और पेड प्लान |
Google Gemini | – | ChatGPT, Grok, Meta AI | Google इकोसिस्टम का लाभ उठा रहा है |
Grok | – | ChatGPT, Google Gemini, Meta AI | X (पहले ट्विटर) के साथ इं |
मेटा ने सितंबर 2023 में एक जनरेटिव एआई असिस्टेंट, मेटा एआई लॉन्च किया। यह उपयोगकर्ताओं को प्रश्नों के उत्तर देने, चित्र बनाने और अन्य कार्य करने में मदद करता है। जैसा कि हम जानते हैं, अप्रैल 2024 में मेटा ने अपने ऐप्स के सर्च बार को मेटा एआई से बदलकर एक बड़ा कदम उठाया, जिससे यह पूरे इकोसिस्टम का हिस्सा बन गया। अभी तक, मेटा एआई के 700 मिलियन से अधिक मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता हैं, जिनमें से अधिकांश भारत से हैं। खासकर, मेटा एआई को व्हाट्सएप और फेसबुक पर काफी पसंद किया जा रहा है।
स्टैंडअलोन ऐप क्यों आ रहा है?
जैसा कि हम जानते हैं, कंपनी को मेटा एआई से अद्भुत प्रतिक्रिया मिल रही है। हालाँकि, अभी भी एक स्टैंडअलोन ऐप लाने की बात चल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि स्टैंडअलोन ऐप की जरूरत क्यों है? आपको बता दें कि मेटा एआई को केवल मेटा के ऐप्स और वेबसाइट के जरिए ही एक्सेस किया जा सकता है। लेकिन इसमें चैटजीपीटी, गूगल जेमिनी और एलन मस्क के ग्रोक की तरह कोई अलग ऐप नहीं है। इसलिए नया ऐप लाना जरूरी है। मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने इसके बारे में सोचा और एक स्टैंडअलोन ऐप बनाने पर विचार किया। इससे एआई अनुभव को सभी डिवाइसों में एकीकृत किया जा सकेगा। इतना ही नहीं, एआई से बातचीत का इतिहास भी सेव किया जा सकेगा। इसके अलावा और भी कस्टमाइजेशन विकल्प उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, रे-बैन मेटा स्मार्ट ग्लास जैसे उपकरणों के साथ बेहतर एकीकरण संभव होगा।
मेटा एआई के लिए सदस्यता योजनाएँ
मेटा ओपनएआई के चैटजीपीटी प्लस और माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट प्रो की तर्ज पर एक सशुल्क सदस्यता मॉडल पेश कर सकता है। मेटा की सीएफओ सुज़ैन ली ने कहा कि भविष्य में यहां स्पष्ट रूप से मुद्रीकरण के अवसर हैं, जिसमें सशुल्क अनुशंसाएं और प्रीमियम पेशकशें शामिल हो सकती हैं। इसका मतलब यह है कि मेटा एआई की कुछ उन्नत सुविधाएं केवल सशुल्क ग्राहकों के लिए ही उपलब्ध होंगी।
आने वाले समय में एआई इंडस्ट्री में गूगल, ओपनएआई और एक्सएआई जैसी कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा तेज होगी। मेटा एआई का स्टैंडअलोन ऐप और सशुल्क योजनाएं इसे मजबूत बना सकती हैं, लेकिन यह बाजार में अपनी जगह बना पाएगी या नहीं, यह देखना अभी बाकी है।