क्रिकेट न्यूज डेस्क।। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में चेन्नई सुपर किंग्स ने अपना कप्तान बदल दिया, लेकिन उनकी किस्मत नहीं बदली। टीम को इस सीजन में लगातार पांचवें मैच में करारी हार का सामना करना पड़ा है। सीएसके ने सीजन के बीच में धोनी को अपना कप्तान बनाया। नियमित कप्तान रुतुराज गायकवाड़ चोट के कारण पूरे सीजन से बाहर हो गए हैं। ऐसे में धोनी की कप्तानी में भी सीएसके की स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। 18वें सीजन के 24वें मैच में केकेआर ने उसे 8 विकेट से हरा दिया। ऐसे में आइए जानते हैं उन पांच खिलाड़ियों के बारे में जो सीएसके की हार के विलेन बने।
रचिन रविन्द्र ने धीमी पारी खेलकर खेल बिगाड़ दिया।
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए पारी की शुरुआत करने वाले रचिन रवींद्र ने केकेआर के खिलाफ शुरुआती ओवरों में धीमी बल्लेबाजी करके अपनी टीम पर दबाव बढ़ा दिया। रचिन ने भी क्रीज पर जमने की कोशिश की, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। रचिन 9 गेंदें खेलकर सिर्फ 4 रन ही बना सके। ऐसे में वह सीएसके की हार के सबसे बड़े विलेन में से एक रहे।
डेवॉन कोनवे ने सेट होने के बाद अपना विकेट गंवा दिया
इस मैच में डेवॉन सीएसके के लिए क्रीज पर जमे रहे। रचिन के आउट होने के बाद ऐसा लग रहा था कि कॉनवे पारी को संभाल लेंगे, लेकिन उन्होंने भी लापरवाही दिखाई। कॉनवे 11 गेंदों पर 12 रन बनाकर आउट हो गए। लगातार दो विकेट गंवाने के बाद केकेआर ने भी सीएसके को कोई मौका नहीं दिया। कॉनवे की बल्लेबाजी विफलता ने भी सीएसके की हार में योगदान दिया।
शिवम दुबे ने मौके का फायदा नहीं उठाया
शिवम दुबे का बल्ला इस सीजन सीएसके के लिए अच्छा नहीं चल रहा है। केकेआर के खिलाफ शिवम के पास एक छोर से टीम के लिए बड़ी पारी खेलने का मौका था, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। शिवम ने सीएसके के लिए अंत तक बल्लेबाजी की और 29 गेंदों पर 31 रन बनाए, लेकिन वह टीम के किसी काम नहीं आ सके। इस प्रकार शिवम दुबे सीएसके की हार में किसी खलनायक से कम नहीं रहे।
अच्छी शुरुआत के बावजूद विजय शंकर निराश
केकेआर के खिलाफ जब एक छोर से लगातार विकेट गिर रहे थे, तब विजय शंकर ने कुछ देर तक आक्रामक तेवर दिखाए। शंकर ने टीम के लिए 21 गेंदों पर 29 रन बनाए। ऐसा लग रहा था कि शंकर सीएसके को संकट से बचा लेंगे, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। इस कारण शंकर भी टीम की हार के लिए जिम्मेदार लोगों में से एक थे।
धोनी ने कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों पर निराशा जताई
केकेआर के खिलाफ सीएसके की कप्तानी करने वाले महेंद्र सिंह धोनी बल्लेबाजी में बुरी तरह विफल रहे। धोनी एक बार फिर 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए लेकिन सुनील नरेन की स्पिन गेंद पर फंसकर अपना विकेट गंवा बैठे। सीएसके के लिए धोनी 4 गेंदों पर सिर्फ 1 रन ही बना सके। इस तरह से धोनी भी सीएसके की हार के खलनायकों में से एक रहे।