क्रिकेट न्यूज डेस्क।। दलीप ट्रॉफी 2025 का आगाज गुरुवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबलों के साथ हुआ। पहला मैच नॉर्थ ज़ोन और ईस्ट ज़ोन की टीमों के बीच खेला जा रहा है। दिन का खेल खत्म होने तक नॉर्थ ज़ोन ने आयुष बदोनी की अर्धशतकीय पारी की मदद से छह विकेट के नुकसान पर 308 रन बना लिए थे। वहीं, दूसरे मैच में सेंट्रल ज़ोन का सामना नॉर्थ ईस्ट ज़ोन की टीम से हो रहा है। इस मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सेंट्रल ज़ोन की टीम ने स्टंप्स तक दो विकेट के नुकसान पर 432 रन बनाए। उनके लिए दानिश मालेवार और कप्तान रजत पाटीदार ने शतकीय पारियाँ खेलीं।
नॉर्थ ज़ोन बनाम ईस्ट ज़ोन (क्वार्टर फाइनल – पहला दिन)
वरिष्ठ तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी के शानदार प्रदर्शन और युवा बाएँ हाथ के स्पिनर मनीषी की शानदार गेंदबाज़ी की बदौलत ईस्ट ज़ोन ने पहले दिन स्टंप्स तक नॉर्थ ज़ोन को छह विकेट के नुकसान पर 308 रन ही बनाने दिए। मध्यक्रम के बल्लेबाज आयुष बदोनी ने चिकनी पिच पर 60 गेंदों पर 63 रनों की शानदार पारी खेली। लेकिन उत्तर क्षेत्र के अन्य बल्लेबाज़ इस बात से निराश होंगे कि पूर्वी क्षेत्र के गेंदबाज़ों के सामने अच्छी शुरुआत मिलने के बावजूद वे लय में नहीं आ पाए। लेकिन सबका ध्यान शमी पर था, जो नवंबर 2024 के बाद अपना पहला प्रथम श्रेणी मैच खेल रहे थे। पहले दो स्पेल में वह थोड़े लय से बाहर दिखे। उत्तर क्षेत्र के सलामी बल्लेबाज़ और कप्तान अंकित कुमार और शुभम खजूरिया ने उन्हें बिना किसी परेशानी के संभाला। लेकिन उनके तीसरे स्पेल (4-2-9-0) में लंच के तुरंत बाद एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। वह ऑफ स्टंप के बाहर बल्लेबाज़ों की परीक्षा ले रहे थे। कुछ गेंदें बदोनी और निशांत सिंधु के पैड पर लगीं।
34 वर्षीय शमी चौथे स्पेल (5-0-26-1) में दिन का अपना पहला विकेट ले सकते थे, लेकिन कुमार कुशाग्र ने कन्हैया वधावन (37) का कैच 27 के निजी स्कोर पर छोड़ दिया। लेकिन शमी को जल्द ही सफलता मिली जब उन्होंने ऑफ स्टंप के बाहर एक ढीली गेंद पर साहिल लोत्रा को विकेट के पीछे कैच करा दिया। शमी भले ही हर गेंद पर उतने खतरनाक न दिखे हों जितने अपने खेल और फिटनेस के चरम पर दिखते हैं। लेकिन उन्होंने उस दिन संतोषजनक 17 ओवर (1-55) फेंके। हाल ही में दिल्ली प्रीमियर लीग (डीपीएल) में अच्छा प्रदर्शन करने वाले बदोनी ने अपने आक्रामक खेल से प्रभावित किया और उनका जोश देखने लायक था। उन्होंने लाल गेंद की ज़रूरतों के हिसाब से खुद को पूरी तरह से ढाल लिया। तेज़ गेंदबाज़ मुख्तार हुसैन की गेंद को पुल करने की कोशिश में वह लेग साइड पर कैच आउट हो गए।
उत्तर क्षेत्र के बल्लेबाज़ खजूरिया (26), अंकित (30), यश धुल (39) और निशांत (47) ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन इसे बड़ी पारी में नहीं बदल सके। भारतीय तेज गेंदबाज मुकेश कुमार चिंता का विषय रहे क्योंकि उन्हें हैमस्ट्रिंग की चोट के इलाज के लिए पहले और दूसरे सत्र के बीच नौ ओवर मैदान से बाहर बिताने पड़े। जमशेदपुर के 21 वर्षीय मनीषी ने 90 रन देकर तीन विकेट लिए।
मध्य क्षेत्र बनाम उत्तर पूर्वी क्षेत्र (क्वार्टर फाइनल – पहला दिन)
पहले बल्लेबाजी करने उतरी मध्य क्षेत्र की शुरुआत खराब रही। आयुष पांडे मात्र तीन रन बनाकर आउट हो गए जबकि विकेटकीपर-बल्लेबाज आर्यन जुयाल 100 गेंदों पर शून्य रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हो गए। इसके बाद दानिश मालेवार और कप्तान रजत पाटीदार ने पारी संभाली। दोनों ने शतक बनाए। मालेवार 219 गेंदों पर 198 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि पाटीदार 96 गेंदों पर 125 रन बनाकर पवेलियन लौटे। यश राठौड़ 37 गेंदों पर 32 रन बनाकर क्रीज पर डटे रहे। उत्तर पूर्वी क्षेत्र के लिए आकाश चौधरी और फिरोजम ने एक-एक विकेट लिया।