क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने पटौदी ट्रॉफी का नाम बदलकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी रखने के फैसले पर हैरानी जताई है और इसे अजीब बताया है। कपिल ने बुधवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि यह थोड़ा अजीब लगता है। जैसे, क्या ऐसा भी होता है? लेकिन ठीक है, क्रिकेट में सब चलता है।
उन्होंने कहा कि आखिरकार इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। क्रिकेट तो क्रिकेट है। मैदान पर क्रिकेट भी ऐसा ही होना चाहिए। इस दौरान 1983 के विश्व कप मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ कपिल देव की 175 रनों की ऐतिहासिक नाबाद पारी को भी याद किया गया।
2007 में हुई थी शुरुआत
पटौदी ट्रॉफी का नाम भारत के पूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी के सम्मान में रखा गया था, लेकिन इसके नाम बदलने की आलोचना सुनील गावस्कर और पूर्व क्रिकेटरों द्वारा की जा रही है। टूर्नामेंट की शुरुआत 2007 में इंग्लैंड में हुई थी। पटौदी परिवार का भारत-इंग्लैंड क्रिकेट परंपरा से गहरा नाता है।
इफ्तिखार अली खान पटौदी और उनके बेटे मंसूर दोनों ने भारत की कप्तानी की और दोनों ने इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेला। 20 जून से शुरू होने वाली टेस्ट श्रृंखला का नाम बदलकर एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी रखा गया है।