क्रिकेट न्यूज डेस्क।। क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक नई रोमांचक यात्रा की शुरुआत होने जा रही है। आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 चक्र की आज से आधिकारिक शुरुआत हो रही है। इस चक्र में 9 टेस्ट खेलने वाली टीमें कुल मिलाकर 131 टेस्ट मुकाबले खेलेंगी। टूर्नामेंट की शुरुआत बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज से होगी।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड खेलेंगी सबसे ज्यादा टेस्ट
ICC द्वारा घोषित कार्यक्रम के मुताबिक, इस बार ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेलेंगी। दोनों ही टीमों का टेस्ट क्रिकेट में गहरा इतिहास और परंपरा रही है और इस बार भी ये टीमें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की रैंकिंग में शीर्ष पर रहने की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं।
नई दौड़, नया जोश
पिछले WTC चक्र (2023-25) में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल मुकाबले को अभी कुछ ही समय बीता है और एक बार फिर सभी टीमें WTC फाइनल के टिकट के लिए अपनी-अपनी तैयारियों में जुट गई हैं। नए चक्र की शुरुआत के साथ ही यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीम इस बार शीर्ष दो में पहुंचकर फाइनल खेलने का गौरव हासिल करती है।
फॉर्मेट में कोई बदलाव नहीं
इस बार भी WTC चक्र का फॉर्मेट वही रहेगा:
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हर टीम को छह सीरीज खेलनी होंगी – तीन घर पर और तीन विदेश में।
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प्रत्येक सीरीज में दो से पांच टेस्ट मैच खेले जा सकते हैं।
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प्वॉइंट सिस्टम पहले की तरह आधारित रहेगा – हर जीत, ड्रॉ और टाई के लिए अंक निर्धारित होंगे।
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फाइनल मुकाबला 2027 में लॉर्ड्स, लंदन में खेले जाने की संभावना है (स्थल की आधिकारिक पुष्टि बाद में होगी)।
बांग्लादेश बनाम श्रीलंका से शुरुआत
नए WTC चक्र की शुरुआत बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट से हो रही है। यह सीरीज दोनों टीमों के लिए WTC अंकतालिका में शुरुआती बढ़त लेने का अच्छा मौका है। बांग्लादेश की टीम घरेलू परिस्थितियों का फायदा उठाना चाहेगी, वहीं श्रीलंका मजबूत वापसी की उम्मीद में मैदान पर उतरेगा।
क्या है दांव पर?
WTC सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट को जीवित और प्रतिस्पर्धात्मक बनाए रखने का एक प्रयास है। यह खिलाड़ियों और फैंस दोनों के लिए लंबे फॉर्मेट में जोश और जुनून बनाए रखने का मंच है। हर मैच का महत्व है और हर हार या जीत सीधे प्वॉइंट टेबल को प्रभावित करती है।