क्रिकेट न्यूज़ डेस्क !! लीड्स में पहले टेस्ट में इंग्लैंड से मिली निराशाजनक हार के बाद, भारतीय टीम प्रबंधन बर्मिंघम में होने वाले दूसरे टेस्ट के लिए नए चेहरे और सामरिक बदलाव लाना चाहेगा। पहले टेस्ट में, ऋषभ पंत, केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल जैसे बल्लेबाजों और जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाजों ने कुछ बेहतरीन व्यक्तिगत प्रदर्शन किए, लेकिन निचले क्रम और कुछ गेंदबाजों सहित टीम का समग्र प्रदर्शन उम्मीदों से कम रहा।
1. कुलदीप यादव
उन्हें क्यों मिल सकता है मौका: पहले टेस्ट में, रवींद्र जडेजा की अगुआई वाली स्पिन विभाग पिच पर खराब पैच के बावजूद ज्यादा प्रभाव डालने में विफल रही। इससे कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव के लिए दरवाजे खुल गए हैं, जो हाल ही में शानदार फॉर्म में हैं।
बीच के ओवरों में विकेट लेने और आक्रमण में विविधता लाने की उनकी क्षमता महत्वपूर्ण हो सकती है, खासकर अगर बर्मिंघम की पिच टर्न लेती है। कुलदीप का हालिया प्रदर्शन और उनका बेहतर नियंत्रण उन्हें भारत के स्पिन आक्रमण को मजबूत करने का एक मजबूत दावेदार बनाता है।
2. अर्शदीप सिंह
उन्हें क्यों मौका मिल सकता है: जसप्रीत बुमराह ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है, लेकिन भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण को लगातार समर्थन की कमी महसूस हो रही है। कार्यभार प्रबंधन के लिए जसप्रीत बुमराह को आराम दिए जाने की चर्चा के बीच, अर्शदीप सिंह एक मजबूत उम्मीदवार के रूप में उभरे हैं।
अर्शदीप का बाएं हाथ का कोण गेंदबाजी आक्रमण को एक अनूठा आयाम देता है, और गेंद को दोनों तरफ स्विंग करने की उनकी क्षमता अंग्रेजी बल्लेबाजों को परेशान कर सकती है। घरेलू क्रिकेट में उनके हालिया प्रदर्शन ने अच्छा नियंत्रण और विकेट लेने की क्षमता दिखाई है, जो उन्हें एक व्यवहार्य विकल्प बनाता है यदि भारत तेज गेंदबाजी रोटेशन का विकल्प चुनता है या किसी अलग तरह के खतरे की तलाश में है।
3. नितीश कुमार रेड्डी
उन्हें क्यों मौका मिल सकता है: पहले टेस्ट में भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता निचले क्रम के बल्लेबाजों का योगदान कम होना और एक ऑलराउंडर की कमी थी जो बल्ले और गेंद दोनों से योगदान दे सके। शार्दुल ठाकुर दोनों विभागों में प्रभावित करने में विफल रहे। यहीं पर नितीश कुमार रेड्डी की भूमिका अहम हो सकती है। रेड्डी एक गतिशील ऑलराउंडर हैं, जिन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी और उपयोगी मध्यम गति की गेंदबाजी से घरेलू सर्किट में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।
उनके शामिल होने से भारत की बल्लेबाजी की गहराई मजबूत हो सकती है और गेंदबाजी के लिए अतिरिक्त विकल्प मिल सकता है, जिससे टीम को बेहतर संतुलन मिलेगा, जिसकी कमी पहले टेस्ट में दिखी थी।
शुभमन गिल की टीम 2 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट में सीरीज में वापसी के लिए कुछ साहसिक फैसले ले सकती है। इन खिलाड़ियों के शामिल होने से भारतीय टीम को बहुत जरूरी बढ़ावा और संतुलन मिल सकता है।