भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में खेला गया चौथा टेस्ट मैच ड्रॉ रहा। इस मैच में टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। अब इन दोनों टीमों के बीच पाँचवाँ और आखिरी टेस्ट मैच लंदन के केनिंग्टन ओवल में खेला जाएगा। हालाँकि, इस टेस्ट मैच से पहले टीम इंडिया के खिलाड़ियों का लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग में भव्य स्वागत किया गया। इस कार्यक्रम में उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी और उप उच्चायुक्त सुजीत घोष ने शुभमन गिल और उनकी टीम के साथ खूब बातचीत की। इस दौरान भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने भी एक बड़ा बयान दिया। उनकी बातों ने सभी का दिल जीत लिया।
‘भारत-इंग्लैंड का इतिहास भुलाया नहीं जा सकता’
गौतम गंभीर ने कहा कि इंग्लैंड का दौरा हमेशा मुश्किल होता है। इसकी वजह यह भी है कि इन दोनों देशों का इतिहास ऐसा है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। जब भी हम यहाँ दौरे पर जाते हैं, हमें अच्छा समर्थन मिलता है। दोनों टीमों ने अब तक एक-दूसरे को कड़ी चुनौती दी है और अब एक हफ़्ता बाकी है। हम बस आखिरी टेस्ट मैच जीतकर अपने लोगों को खुश करना चाहते हैं। मैं उन सभी प्रशंसकों का भी धन्यवाद करना चाहता हूँ जिन्होंने हमारा समर्थन किया।
उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी ने कहा कि यह एक बहुत ही अच्छी श्रृंखला रही है और खिलाड़ियों ने भी दमदार प्रदर्शन किया है। दोनों टीमों ने पाँचों दिन एक-दूसरे को कड़ी टक्कर दी है। आखिरी टेस्ट का नतीजा चाहे जो भी हो, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता और हम टीम इंडिया का इसी तरह समर्थन करते रहेंगे। भारत के लिए खेलना बहुत बड़ी बात है।
भारतीय टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने कहा कि श्रृंखला शुरू होने से पहले, मुझे लगा था कि मैंने अभी तक अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं किया है। मुझे लगा कि मुझे इस श्रृंखला में खुद को साबित करना होगा। पिछले चार दिनों में हमने काफी कड़ा क्रिकेट खेला है। मुझे खुशी है कि मैं यहाँ 700 से ज़्यादा रन बना पाया।
आखिरी टेस्ट ओवल में खेला जाएगा।
इंग्लैंड इस समय टेस्ट श्रृंखला में 2-1 से आगे है। इंग्लैंड ने पहला और तीसरा टेस्ट जीता था जबकि भारत ने दूसरा मैच जीता था। भारतीय टीम के खिलाड़ियों ने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है और प्रशंसकों को पाँचवें टेस्ट में भी उनसे दमदार प्रदर्शन की उम्मीद होगी। एक तरफ टीम इंडिया पांचवां टेस्ट जीतकर सीरीज बराबर करना चाहेगी, वहीं दूसरी तरफ इंग्लैंड इसे जीतकर सीरीज अपने नाम करना चाहेगा।