एजबेस्टन टेस्ट में टीम इंडिया काफी लय में नजर आ रही है। भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने पहली पारी में शानदार बल्लेबाजी करते हुए दोहरा शतक जड़ा। गिल अब इंग्लैंड में सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेलने वाले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। गिल ने पहले टेस्ट मैच में भी शतक जड़ा था, लेकिन लीड्स टेस्ट में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में इस बार गिल के कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी थी, जिसे कप्तान ने बखूबी निभाया है। वहीं, दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद शुभमन ने बताया कि पहले टेस्ट मैच में हार के बाद उन्होंने क्या सीखा और इस मैच के लिए उन्होंने क्या योजना बनाई।
गिल ने खोला दोहरा शतक का राज
एजबस्टन टेस्ट की पहली पारी में शुभमन गिल अपने टेस्ट करियर का पहला तीसरा शतक लगाने से चूक गए, लेकिन उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 269 रनों की पारी खेली। वहीं, दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद गिल ने कहा, “मैंने कुछ चीजों पर काम किया और आईपीएल के अंत में, जो टेस्ट क्रिकेट में प्रवेश करने से पहले बहुत महत्वपूर्ण है। जिस तरह से यह अब तक हुआ है, यह मेरे लिए काम कर रहा है। मैंने पिछले कुछ दिनों में कोई स्लिप कैच नहीं लिया है क्योंकि मैं बल्लेबाजी कर रहा था, लेकिन उन कैच को लेना अच्छा लगा। फील्डिंग बहुत महत्वपूर्ण थी और हमने चर्चा की थी कि अगर हम पिछले गेम की तुलना में आधे भी अच्छे होते, तो चीजें अलग होतीं।” उन्होंने आगे कहा, “पिछले मैच में हमारा निचला क्रम बल्लेबाजी करने में विफल रहा, इसके बाद मैंने फैसला किया कि मुझे इस मैच में अपना विकेट गंवाने की जरूरत नहीं है। मैंने सोचा कि भले ही रन धीरे-धीरे बनें, लेकिन मुझे अपना विकेट देने की जरूरत नहीं है। पिछले मैच में हमने तेजी से रन बनाए लेकिन निचले क्रम के बल्लेबाज रन नहीं बना सके, जिसके कारण हमें हार का सामना करना पड़ा। मैंने सोचा कि इस बार मैं ऐसा नहीं करूंगा।” जडेजा-वाशिंगटन ने भी खेली शानदार पारी इस बार निचले क्रम में रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर ने शानदार पारी खेली, जिससे टीम इंडिया को 587 रन बनाने में काफी मदद मिली। जडेजा ने पहली पारी में बल्लेबाजी करते हुए 89 रनों की शानदार पारी खेली, जिसके बाद वॉशिंगटन सुंदर ने कप्तान गिल का साथ दिया। अगले दिन वॉशिंगटन के बल्ले से 42 रनों की अच्छी पारी निकली।