क्रिकेट न्यूज़ डेस्क।। पहला टेस्ट हारने वाली टीम इंडिया अगर 2 जुलाई से शुरू हो रहे एजबेस्टन टेस्ट में जसप्रीत बुमराह के बिना खेलती है तो उसकी मुश्किलें बढ़नी तय हैं। बुमराह का न खेलना टीम इंडिया के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।
बुमराह क्यों नहीं बजा रहे खतरे की घंटी?
सिर्फ सात साल पहले टेस्ट डेब्यू करने वाले बुमराह के नाम 46 टेस्ट मैचों में 210 विकेट हैं। बुमराह टीम के सबसे अनुभवी और भरोसेमंद तेज गेंदबाज हैं। उन्हें इंग्लैंड में खेलने का लंबा अनुभव है। उनकी मौजूदगी ही विपक्षी खेमे में खलबली मचाने के लिए काफी है। हालांकि, उनके बिना भी टीम इंडिया के पास विकल्प मौजूद हैं।
आइए देखते हैं कि बुमराह के न खेलने पर भारत की संभावित योजना क्या हो सकती है…
1. अहम भूमिका में मोहम्मद सिराज
मोहम्मद सिराज पिछले कुछ सालों में भारत के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर बुमराह नहीं खेलते हैं तो सिराज को आक्रमण का अगुआ बनाया जा सकता है। उनकी स्विंग और आक्रामकता इंग्लिश कंडीशन में कारगर साबित हो सकती है।
2. अर्शदीप सिंह या आकाशदीप को मौका
बाएं हाथ के गेंदबाज अर्शदीप पहले भी इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल चुके हैं और उनकी स्विंग उपयोगी हो सकती है। अपनी लाइन-लेंथ के कारण आकाशदीप भी इंग्लिश परिस्थितियों में एक अच्छा विकल्प हो सकते हैं।
3. शार्दुल या नितीश रेड्डी के लिए ऑलराउंड भूमिका
पिछले मैच में शार्दुल ठाकुर को टीम में एक अतिरिक्त बल्लेबाजी विकल्प और एक सीम गेंदबाजी विकल्प जोड़ने के लिए शामिल किया गया था, लेकिन यह कदम उल्टा पड़ गया। प्रशंसकों को उम्मीद है कि आगामी मैच में शार्दुल की जगह नितीश रेड्डी को मौका मिलेगा। रेड्डी एक तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर भी हैं।
4. स्पिन विभाग से संतुलन बनाना
अगर तेज गेंदबाजी इकाई थोड़ी कमजोर दिखती है, तो रवींद्र जडेजा के साथ कुलदीप यादव को भी प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। इससे भारत अपनी ताकत के हिसाब से खेल सकेगा और स्पिन के खिलाफ इंग्लिश बल्लेबाजों की कमजोरी पर हमला कर सकेगा।
5. गेंदबाजी रोटेशन
बुमराह की अनुपस्थिति में नए कप्तान शुभमन गिल को गेंदबाजों को स्मार्ट तरीके से रोटेट करना होगा। सिराज, अर्शदीप/आकाशदीप और शार्दुल का सही इस्तेमाल जरूरी है ताकि ये थकें नहीं और असरदार बने रहें.
बुमराह के बिना भारत की संभावित प्लेइंग XI: केएल राहुल, यशस्वी जयसवाल, साई सुदर्शन, शुबमन गिल (कप्तान), करुण नायर, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, रवींद्र जड़ेजा, कुलदीप यादव और अर्शदीप सिंह