भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ का तीसरा मैच 10 जुलाई से लॉर्ड्स में खेला जा रहा है। 4 दिनों का यह खेल अब तक काफ़ी रोमांचक रहा है। खिलाड़ियों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। केएल राहुल और जो रूट ने शतक जड़े, जसप्रीत बुमराह ने अपना पर्दा खोला। इस टेस्ट में अब तक हम लगभग सब कुछ देख चुके हैं। अब बारी आती है आखिरी दिन की। यह मैच इस समय बेहद रोमांचक मोड़ पर है। दोनों में से कोई भी टीम यहाँ से मैच जीत सकती है। मैच का ड्रॉ होना नामुमकिन है।
पाँचवें दिन भारत को जीत के लिए 135 रन चाहिए जबकि इंग्लैंड को 6 विकेट चाहिए। क्या आप जानते हैं कि टेस्ट क्रिकेट में भारत ने अब तक लॉर्ड्स में कितने बड़े लक्ष्य का पीछा किया है? नहीं, आइए आपको बताते हैं।
लॉर्ड्स में भारत ने एक टेस्ट में कितने बड़े लक्ष्य का पीछा किया है?
पिछले 93 सालों में, भारत ने लॉर्ड्स में खेले गए 19 टेस्ट मैचों में से केवल तीन में ही जीत हासिल की है। लॉर्ड्स में भारत की पहली टेस्ट जीत जून 1986 में कपिल देव की कप्तानी में हुई थी। उस मैच में टीम ने 42 ओवर में पांच विकेट खोकर 134 रनों का लक्ष्य हासिल कर लिया था। फिर 2014 में एमएस धोनी की कप्तानी में भारत ने 95 रनों से जीत हासिल की और 2021 में विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम ने जो रूट और उनकी टीम को 151 रनों से हराया। यानी भारत ने लॉर्ड्स में सबसे बड़ा 134 रनों का लक्ष्य हासिल किया है।
मैच की बात करें तो इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 387 रन बनाए। जवाब में टीम इंडिया ने भी 387 रन बनाए। भारत ने दूसरी पारी में इंग्लैंड को 192 रनों पर ऑलआउट कर दिया। इंग्लैंड ने मेहमान टीम के सामने 193 रनों का लक्ष्य रखा। चौथे दिन का खेल खत्म होने तक भारत का स्कोर 4 विकेट पर 58 रन है।