रविचंद्रन अश्विन भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के चल रहे हेडिंग्ले टेस्ट में स्लिप कॉर्डन के आसपास कैच लेने में नाकाम रहने वाले भारतीय खिलाड़ियों के समर्थन में सामने आए हैं। मैच के दौरान यशस्वी जायसवाल और रवींद्र जडेजा समेत भारतीय खिलाड़ियों को कैच लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। भारत ने पहले टेस्ट में कई कैच छोड़े, जिसकी वजह से टीम को हार का सामना करना पड़ा। अब अश्विन ने इसका सीधा सा स्पष्टीकरण दिया है। अश्विन ने कहा कि ड्यूक गेंद भारी होती है और उससे तालमेल बिठाना मुश्किल होता है। उन्होंने कहा कि कई लोग इस बात पर विश्वास नहीं करते हैं और प्रशंसकों ने यशस्वी की कड़ी आलोचना की है, जो पिछले कुछ महीनों में भारत के सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षकों में से एक हैं। पहली पारी में शतक बनाने वाले यशस्वी ने इंग्लैंड की पारी के दौरान दूसरे, तीसरे और पांचवें दिन चार कैच छोड़े। उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार, यह एक पारी में किसी खिलाड़ी द्वारा छोड़े गए सर्वाधिक कैच का रिकॉर्ड है। अन्य भारतीय खिलाड़ियों ने भी महत्वपूर्ण कैच छोड़े और टीम इंडिया को लीड्स के हेडिंग्ले में पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा। अब दूसरा टेस्ट 2 जुलाई से बर्मिंघम में शुरू होगा।
अश्विन ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर एक वीडियो में कहा, ‘यशस्वी के स्लिप कॉर्डन पर कैच छोड़ने को लेकर काफी चर्चा हुई है। हां, उसे यह मुश्किल लगा होगा, लेकिन हम सभी को कुछ समझना चाहिए और उसे थोड़ा आराम देना चाहिए, जो हम अक्सर करने में विफल रहते हैं। मैं यह कहना चाहता हूं कि इंग्लैंड में कैच लेना कितना मुश्किल है। वहां ठंड है और ड्यूक गेंद भी अहम भूमिका निभाती है।
अश्विन ने कहा, ‘ड्यूक गेंद के अनुकूल होने में समय लग सकता है। एसजी गेंद हाथ में अच्छी तरह आती है और आरामदायक लगती है। कूकाबुरा छोटी लगती है। ड्यूक मुश्किल है और निश्चित रूप से गेंद बड़ी लगती है और इसे पकड़ना आसान नहीं है। यशस्वी भारत के लिए सबसे अच्छे स्लिप फील्डरों में से एक रहे हैं। उन्होंने हाल के दिनों में कुछ बेहतरीन कैच लिए हैं, खासकर टेस्ट क्रिकेट में। इसलिए हमें उन्हें कुछ समय देना चाहिए।’
पंत के दोहरे शतक पर अश्विन का बयान
ऋषभ पंत ने हेडिंग्ले में दो पारियों में दो शतक लगाए। ऐसा करने वाले वे पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं। अश्विन ने उनकी तारीफ की और उनकी रणनीति का भी खुलासा किया। उन्होंने कहा, ‘पंत के लिए दोहरा शतक। एक बड़ी उपलब्धि। उनके खेलने की शैली पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं। फिर भी उन्होंने ब्रायडन कार्स के खिलाफ स्लॉग स्वीप खेला जो सामान्य क्रिकेट जैसा नहीं लग रहा था। मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी वे इसका शिकार हुए। इस रणनीति पर कई सवाल उठाए जा सकते हैं, लेकिन वे हमेशा इसी तरह से खेलते आए हैं। अगर वे कोई युद्ध लड़ने जा रहे हैं, तो इसका आकलन उनके प्रदर्शन से होना चाहिए, न कि इस बात से कि वे कैसे लड़ते हैं।’