भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर चल रही बातचीत के बीच सोमवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 9 पैसे बढ़कर 86.43 प्रति डॉलर पर पहुँच गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों का कहना है कि आयातकों की ओर से लगातार डॉलर की माँग के बावजूद, रुपये में सीमित मजबूती देखी जा रही है।
शनिवार को 22 पैसे की गिरावट
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया सकारात्मक रुख के साथ खुला और शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 86.43 के स्तर को छू गया। यह पिछले कारोबारी सत्र के बंद भाव से 9 पैसे की बढ़त दर्शाता है। शनिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे की गिरावट के साथ 86.52 पर बंद हुआ था। छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 प्रतिशत गिरकर 97.61 पर आ गया।
शेयर बाजार में गिरावट
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन की शुरुआत सोमवार को गिरावट के साथ हुई। सुबह करीब 9:45 बजे बीएसई का 30 अंकों वाला सेंसेक्स 349.29 अंक या 0.43 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,097.42 पर कारोबार कर रहा था। वहीं, निफ्टी-50 भी 86.60 अंक या 0.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 24,745.35 पर कारोबार कर रहा था।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी.के. विजयकुमार का कहना है कि नकारात्मक खबरों, आईटी क्षेत्र के कमजोर प्रदर्शन और विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली के कारण हाल के दो महीनों के स्थिर दौर के बीच निफ्टी में कमजोरी देखी गई है। जापान-अमेरिका व्यापार समझौते ने कुछ सकारात्मक माहौल बनाया, लेकिन भारत-अमेरिका व्यापार समझौता अभी भी अधूरा है। इस अनिश्चितता का सीधा असर बाजार की धारणा पर दिखाई दे रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 0.48 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 68.77 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) बिकवाली कर रहे थे। उन्होंने 1,979.96 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।