क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आईपीएल इतिहास में जब भी रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की बात होती थी, एक नारा सबसे ज्यादा चर्चा में रहता था—‘ई साला कप नमदे’, जिसका कन्नड़ भाषा में मतलब है “इस साल कप हमारा होगा।” यह नारा RCB के फैंस का जुनून और भरोसे का प्रतीक बन चुका था, लेकिन टीम की बार-बार की हार के कारण यह ट्रोलिंग का कारण भी बन गया था। लेकिन IPL 2025 में RCB ने आखिरकार इतिहास रच दिया और पहली बार इंडियन प्रीमियर लीग की ट्रॉफी अपने नाम की। अब यह नारा सिर्फ एक सपना नहीं रहा, बल्कि हकीकत बन गया है।
📣 ‘ई साला कप नमदे’ की शुरुआत और संघर्ष
इस नारे की शुरुआत RCB फैंस ने लगभग एक दशक पहले की थी। हर सीजन की शुरुआत में फैंस यही कहते थे कि “इस बार कप हमारा है।” सोशल मीडिया से लेकर स्टेडियम तक इस नारे की गूंज सुनाई देती थी। लेकिन दुर्भाग्यवश, RCB कभी भी खिताब नहीं जीत सकी—2009, 2011 और 2016 में फाइनल तक पहुंचने के बावजूद टीम को हार का सामना करना पड़ा। इसके चलते यह नारा फैंस की उम्मीदों से ज्यादा, सोशल मीडिया पर एक मजाक और मेमे मटेरियल बन गया।
🏆 2025 में टूटी बदकिस्मती
IPL 2025 के फाइनल में RCB ने पंजाब किंग्स को रोमांचक मुकाबले में 6 रन से हराकर ट्रॉफी जीत ली। यह जीत न सिर्फ खिलाड़ियों के लिए बल्कि करोड़ों फैंस के लिए एक इमोशनल पल था। वर्षों की मेहनत, दर्द और निराशा आखिरकार रंग लाई और ‘ई साला कप नमदे’ की भावना ने टीम को जीत दिलाई।
💬 फैंस की भावनाओं का विस्फोट
जैसे ही RCB ने खिताब जीता, सोशल मीडिया पर ‘ई साला कप नमदे’ ट्रेंड करने लगा। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फैंस ने खुशी के पोस्ट, वीडियो और रील्स शेयर करने शुरू कर दिए। कई पुराने मीम्स को अब नए नजरिए से देखा जा रहा है। एक यूज़र ने लिखा, “18 साल लगे पर आखिरकार ये लाइन सच हो ही गई। आज आंखों में आंसू हैं, पर ये खुशी के हैं।”
🧢 विराट कोहली और टीम का योगदान
RCB की इस ऐतिहासिक जीत में विराट कोहली, कप्तान फाफ डु प्लेसिस और युवाओं का बड़ा योगदान रहा। कोहली, जो सालों से ट्रॉफी के लिए तरस रहे थे, के चेहरे पर जीत के बाद भावुक मुस्कान सबकुछ बयां कर रही थी। उन्होंने भी जीत के बाद कहा, “फैंस ने जो भरोसा सालों से दिखाया, वो आज सच हो गया। ‘ई साला कप नमदे’ अब सिर्फ नारा नहीं, हमारी पहचान बन गया है।”