करवा चौथ का त्यौहार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। करवा चौथ पर सुहागिनें अपने पति की लंबी आयु और सुख-समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं। यह व्रत सुहागिनों के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्रत माना जाता है। यह पति-पत्नी के रिश्ते का प्रतीक है, एक खूबसूरत त्योहार जो गरिमा और स्नेह के अनूठे संतुलन का प्रतीक है। करवा चौथ पर, महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना करते हुए दिन भर निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चांद देखने के बाद व्रत तोड़ती हैं। तो आइए जानें कि चांद कब निकलेगा और रात के खाने में क्या खाएं और क्या नहीं।
करवा चौथ का व्रत तोड़ने के बाद क्या खाएं:
1. मिठाई:
करवा चौथ का व्रत हमेशा मिठाई से तोड़ना चाहिए। मिठाई तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है। खीर की रेसिपी के लिए यहां क्लिक करें।
2. नारियल पानी:
व्रत तोड़ने के तुरंत बाद नारियल पानी पिएं। इससे निर्जलीकरण को दूर करने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद मिल सकती है।
3. हल्का भोजन –
व्रत के बाद रात में हल्का भोजन करें, क्योंकि ज़्यादा भारी भोजन करने से आपके पेट पर असर पड़ सकता है।
करवा चौथ व्रत के बाद क्या न खाएं –
1. तैलीय भोजन –
करवा चौथ व्रत के बाद ज़्यादा तला हुआ खाना खाने से बचें, क्योंकि इससे पेट की समस्या हो सकती है।
2. फ़ास्ट फ़ूड –
व्रत के बाद समोसे, बर्गर और पिज़्ज़ा जैसे फ़ास्ट फ़ूड खाने से बचें।
3. मांस और शराब –
व्रत के बाद मांस और शराब का सेवन करने से बचें।
करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय – करवा चौथ चांद समय:
द्रिक पंचांग के अनुसार, करवा चौथ पर चंद्रोदय का समय रात 8:12 बजे है। हालाँकि, शहर के अनुसार समय थोड़ा भिन्न हो सकता है।