भारत और इंग्लैंड की महिला टीम के बीच खेली गई तीन मैचों की वनडे सीरीज़ का आखिरी मैच कल (22 जुलाई 2025) चेस्टर-ले-स्ट्रीट में खेला गया। जहाँ भारतीय महिला टीम 13 रनों से जीत हासिल करने में सफल रही। मैच की हीरो कप्तान हरमनप्रीत कौर (102) रहीं। जिन्होंने चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ा। इसके लिए उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का पुरस्कार भी दिया गया। कप्तान हरमनप्रीत कौर के अलावा एक और खिलाड़ी रहीं जिन्होंने टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। ये कोई और नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की युवा तेज गेंदबाज क्रांति गौर हैं। 21 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कल भारतीय टीम के लिए कुल 9.5 ओवर फेंके। इस दौरान, उन्होंने 5.28 की इकॉनमी से 52 रन देकर छह विकेट लेने में सफलता हासिल की। नतीजतन, भारतीय महिला टीम आखिरी मैच 13 रनों के अंतर से जीतकर खिताब पर कब्जा करने में सफल रही।
क्रांति गौर कौन हैं?
इस युवा महिला क्रिकेटर का जन्म 11 अगस्त 2003 को मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में हुआ था। बचपन से ही उन्हें खेलों का शौक था। उन्होंने सबसे पहले टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलना शुरू किया। लेकिन किस्मत ने पलटा खाया और उन्हें मध्य प्रदेश की जूनियर टीम में खेलने का मौका मिला। यहीं से उनके असली क्रिकेट करियर की शुरुआत हुई। जल्द ही उन्हें मध्य प्रदेश की अंडर-23 टीम में भी खेलने का मौका मिला। घरेलू क्रिकेट में उनके शानदार खेल को देखते हुए यूपी वॉरियर्स ने महिला प्रीमियर लीग में उन पर दांव लगाया। यहाँ भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। नतीजा यह हुआ कि घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन के बाद, महिला प्रीमियर लीग में भी उनकी विनाशकारी गेंदबाजी ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और जल्द ही उन्हें सीनियर महिला टीम में खेलने का मौका मिल गया।
क्रांति गौर का अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर
क्रांति गौर के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की बात करें तो खबर लिखे जाने तक उन्होंने देश के लिए चार वनडे और एक टी20 मैच खेला है। इस बीच, उन्होंने चार वनडे पारियों में 17.55 की औसत से नौ विकेट लिए हैं, जबकि टी-20 में उन्हें अभी भी अपने पहले विकेट की तलाश है।