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MahaShivratri 2025: आखिर क्यों भगवान शिव की पूजा में वर्जित माना गया है इन चीजों का चढ़ावा, जाने क्या चढ़ाने से बचें

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भगवान शिव को प्रसन्न करना आसान है लेकिन सच तो यह है कि वे उतनी ही जल्दी क्रोधित भी हो जाते हैं। सोमवार को भगवान शिव की पूजा करना भगवान शिव को प्रसन्न करने का एक आसान तरीका है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित है। लेकिन भगवान शिव की पूजा में आस्था और सही सामग्री का विशेष महत्व है। कुछ ऐसी चीजें हैं जिन्हें भगवान शिव को चढ़ाना वर्जित माना जाता है। सोमवार को भगवान शिव की पूजा करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। कालाग्नि भगवान शिव के मुख से प्रकट हुई, यह दिव्य ज्वाला ब्रह्मांड के विनाश और सृजन दोनों से जुड़ी है।

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1. तुलसी के पत्ते
भगवान शिव की पूजा में तुलसी के पत्तों का प्रयोग वर्जित माना गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार तुलसी ने भगवान विष्णु को पति रूप में पाने के लिए तपस्या की थी और उन्हें भगवान विष्णु से ही जोड़कर देखा जाता है। इसीलिए शिव पूजा में तुलसी नहीं चढ़ाई जाती।

2. केतकी का फूल
केतकी (केवड़ा) का फूल भगवान शिव को नहीं चढ़ाया जाता। कथा के अनुसार केतकी ने भगवान ब्रह्मा से मिलकर शिवलिंग के बारे में झूठ बोला था। भगवान शिव ने पूजा में इसका निषेध किया है।

3. हल्दी
भगवान शिव को हल्दी चढ़ाना वर्जित है। हल्दी को सुंदरता और स्त्री ऊर्जा का प्रतीक माना गया है, जो भगवान शिव के तपस्वी और एकान्तवासी रूप से मेल नहीं खाता।

4. कुमकुम और सिंदूर
भगवान शिव को कुमकुम और सिंदूर भी नहीं चढ़ाया जाता। सिंदूर को मां दुर्गा का प्रिय माना जाता है, इसलिए इसे शिव पूजा में नहीं चढ़ाना चाहिए।

5. टूटे हुए चावल (खांड)
शिव पूजा में टूटे हुए चावल या गन्ने का उपयोग वर्जित है। पूजा में केवल सम्पूर्ण वस्तुएं ही चढ़ाई जाती हैं तथा टूटे हुए चावल अधूरेपन को दर्शाते हैं।

6. नारियल पानी
भगवान शिव को नारियल पानी चढ़ाना वर्जित है। नारियल का संबंध भगवान विष्णु से भी माना जाता है, इसलिए इसे भी शिव पूजा में नहीं चढ़ाना चाहिए।

7. बैंगनी, लाल या काले फूल
शिव की पूजा में बैंगनी, लाल और काले रंग के फूलों का उपयोग नहीं किया जाता है। शिव पूजा में केवल सफेद और पीले रंग के शुभ फूल ही चढ़ाए जाते हैं।

8. तामसिक वस्तुएँ (मसालेदार भोजन, तेल)
भगवान शिव की पूजा में किसी भी प्रकार की तामसिक वस्तुओं जैसे मिर्च, मसाले या तेल का उपयोग नहीं किया जाता है। भगवान शिव सात्विकता और पवित्रता के प्रतीक हैं।

9. शंख
शंख को भगवान विष्णु से भी संबंधित माना जाता है, इसलिए इसे भी शिव पूजा में अर्पित नहीं करना चाहिए।

10. सूखे मेवे और गंदा पानी सूखे मेवे भी भगवान शिव को पसंद नहीं हैं, इसलिए इन्हें भी शिव पूजा में नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा शिवजी को दूषित जल भी न चढ़ाएं।

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