महिलाओं की खूबसूरती को और भी बढ़ाने के लिए कई चीजें आ गई हैं, जिनमें नाखून बढ़ाना भी शामिल है। नाखून विस्तार आपकी उंगलियों को आकर्षक बनाने का एक आधुनिक तरीका है। इसमें लड़कियां अपने नाखूनों पर प्लास्टिक की कीलें लगवाती हैं, जिससे वे खूबसूरत दिखती हैं। हालांकि, इसकी शुरुआत सिर्फ खास मौकों और पार्टियों के लिए ही की गई थी, लेकिन अब महिलाएं हमेशा अपने नाखूनों पर ये प्लास्टिक की कीलें लगा कर रखती हैं, जो सही नहीं है। इस पर डॉ. नरेंद्र निकुंभ बताते हैं कि नेल एक्सटेंशन करवाने से नाखूनों के अंदर गंदगी से लेकर संक्रमण तक की समस्या हो सकती है। आइये इनके नुकसानों के बारे में जानें।
नाखून विस्तार के नुकसान
1. नाखूनों को नुकसान- नकली नाखूनों के लंबे समय तक इस्तेमाल से असली नाखूनों की सतह कमजोर हो जाती है। जब हम इन नाखूनों को हटाते हैं तो असली नाखूनों पर दबाव पड़ता है, जिसके कारण वे टूटने लगते हैं और कमजोर हो जाते हैं।
2. नाखूनों का संक्रमण- इन नाखूनों की मदद से धूल या गंदगी आसानी से जमा हो जाती है और त्वचा के अंदर चिपक जाती है। मुश्किल बात यह है कि इसे साफ करना और भी मुश्किल है। इससे जीवाणु या फंगल संक्रमण हो सकता है, जिससे नाखूनों में सूजन, दर्द और जलन हो सकती है।
3. एलर्जी- नेल एक्सटेंशन हमारी उंगलियों और नाखूनों के क्यूटिकल्स से जुड़े होते हैं, जिसके कारण कई बार क्यूटिकल्स में एलर्जी हो जाती है। इन नाखूनों को लगाने के लिए गोंद का इस्तेमाल किया जाता है और इसे यूवी किरणों में सुखाया जाता है, जिससे यह एलर्जी बढ़ जाती है।
4. यूवी किरणों का प्रभाव- नाखूनों पर नेल पॉलिश लगाने के बाद उन्हें मजबूत बनाने के लिए नाखूनों को यूवी लैंप के अंदर रखा जाता है। ऐसा करने से नाखून सूखकर ठीक से चिपक तो जाते हैं, लेकिन त्वचा पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे त्वचा कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।
5. नाखूनों की वृद्धि रुकना- नकली नाखूनों के लगातार इस्तेमाल से नाखूनों की प्राकृतिक वृद्धि रुक सकती है। दरअसल, असली नाखूनों को ढकने से वे धीरे-धीरे बढ़ते हैं।