नेटफ्लिक्स ने पहली बार अपने किसी ओरिजिनल टीवी शो में जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से बने विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया है। कंपनी के को-सीईओ टेड सारंडोस ने बताया कि अर्जेंटीना के साइंस फिक्शन शो “द एटरनॉट्स” में एक इमारत के गिरने का सीन बनाने के लिए इसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया था। टेड सारंडोस के मुताबिक, एआई की मदद से प्रोडक्शन टीम ने इस सीक्वेंस को पारंपरिक तरीकों के मुकाबले दस गुना तेजी से और कम लागत में पूरा किया। उन्होंने कहा, इस बजट में यह सीन बनाना संभव नहीं था। यह जनरेटिव एआई से बना पहला फाइनल विजुअल फुटेज है जो नेटफ्लिक्स के किसी ओरिजिनल शो या फिल्म में आया है। निर्माता इस परिणाम से बेहद खुश हैं।”
फिल्म उद्योग में एआई का बढ़ता उपयोग और विवाद
हालांकि, जनरेटिव एआई का उपयोग फिल्म उद्योग में एक विवादास्पद विषय बना हुआ है। आलोचकों का कहना है कि यह तकनीक अक्सर बिना अनुमति के दूसरों के काम का उपयोग करती है और इससे मानव नौकरियों पर खतरा बढ़ रहा है। 2023 में हॉलीवुड में हड़ताल के दौरान एआई पर बड़े पैमाने पर आपत्ति जताई गई थी। अमेरिका के एक्टर्स यूनियन SAG-AFTRA (स्क्रीन एक्टर्स गिल्ड-अमेरिकन फेडरेशन ऑफ टेलीविजन एंड रेडियो आर्टिस्ट्स) ने इस तकनीक के इस्तेमाल पर सख्त नियमों की मांग की थी। फिल्म निर्माता टायलर पेरी ने भी एआई के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 2024 में अटलांटा में अपने 80 करोड़ डॉलर के स्टूडियो के विस्तार की योजना रोक दी।
नेटफ्लिक्स का शानदार प्रदर्शन
नेटफ्लिक्स ने अप्रैल से जून 2025 की तिमाही में 16% की वृद्धि के साथ 11 अरब डॉलर (करीब ₹91,000 करोड़) का राजस्व दर्ज किया। कंपनी का लाभ 2.1 अरब डॉलर से बढ़कर 3.1 अरब डॉलर हो गया। अरबों डॉलर। इस शानदार प्रदर्शन में, दक्षिण कोरियाई थ्रिलर “स्क्विड गेम” के तीसरे और अंतिम सीज़न ने अहम भूमिका निभाई, जिसे अब तक 122 मिलियन बार देखा जा चुका है।
एआई पर उद्योग की राय
सिंगापुर स्थित एनीमेशन स्टूडियो क्रेवएफएक्स के सह-संस्थापक डेवियर यून ने कहा कि नेटफ्लिक्स का यह कदम आश्चर्यजनक नहीं है, क्योंकि कई बड़े स्टूडियो अब एआई को अपना रहे हैं। उन्होंने कहा, “एआई जैसे उपकरण विजुअल इफेक्ट्स कलाकारों के लिए बस एक नया विकल्प हैं। अंततः कलाकार ही तय करता है कि अंतिम छवि में क्या दिखाई देगा, एआई नहीं।”