आज एक मज़बूत राजनीतिक पहचान वाले पवन कल्याण ने अपना सफ़र फ़िल्मों से शुरू किया था। वह सिर्फ़ एक अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक ऐसे स्टार हैं जिनकी फ़िल्में लोगों के दिलों में हमेशा एक ख़ास जगह रखेंगी। आइए जानते हैं उनके करियर की 5 सबसे यादगार फ़िल्मों के बारे में।
थोली प्रेमा (1998)
1998 में आई ‘थोली प्रेमा’ ने पवन कल्याण को रातोंरात स्टार बना दिया। इस रोमांटिक ड्रामा ने न सिर्फ़ बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया, बल्कि राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता। फ़िल्म में उनके मासूम अभिनय और स्वाभाविक स्क्रीन प्रेज़ेंस ने उन्हें युवाओं का पसंदीदा बना दिया।
कुशी (2001)
2001 में रिलीज़ हुई ‘कुशी’ आज भी तेलुगु सिनेमा की सबसे लोकप्रिय रोमांटिक कॉमेडी फ़िल्मों में से एक मानी जाती है। पवन कल्याण और भूमिका चावला की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री दर्शकों को बेहद पसंद आई। यह फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई और युवाओं के बीच पवन कल्याण की छवि को और मज़बूत किया।
जलसा (2008)
जलसा 2008 में रिलीज़ हुई और तेलुगु सिनेमा में बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई की। त्रिविक्रम श्रीनिवास के निर्देशन और देवी श्री प्रसाद के चार्टबस्टर गानों ने इस फिल्म को ब्लॉकबस्टर बना दिया। इसमें पवन कल्याण की अदा, संवाद अदायगी और एक्शन दृश्यों ने दर्शकों को दीवाना बना दिया।
गब्बर सिंह (2012)
2012 में आई ‘गब्बर सिंह’ दरअसल पवन कल्याण के करियर की निर्णायक फिल्म मानी जाती है। यह सलमान खान की ‘दबंग’ का तेलुगु रीमेक थी, लेकिन कल्याण ने इसमें अपनी अलग पहचान बनाई। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस के कई रिकॉर्ड तोड़े और उनके करियर को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया। उनकी ऊर्जा और संवाद आज भी दर्शकों के पसंदीदा हैं।
अत्तरिन्तिकी दरेदी (2013)
त्रिविक्रम श्रीनिवास द्वारा निर्देशित ‘अत्तरिन्तिकी दरेदी’ अब तक की सबसे बेहतरीन पारिवारिक मनोरंजक फिल्मों में से एक मानी जाती है। यह फिल्म 2013 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तेलुगु फिल्मों में से एक बन गई। पवन कल्याण के करिश्मे और फिल्म की भावनात्मक अपील ने दर्शकों को बार-बार थिएटर तक खींचा।