आज के समय में जब भी कोई नौकरी शुरू करता है, तो उसकी सैलरी का एक हिस्सा कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) खाते में जमा होता है। यह रकम उसकी नौकरी के दौरान धीरे-धीरे जमा होती है और रिटायरमेंट के समय एक बड़ी राशि के रूप में मिलती है। EPF खाता एक तरह से व्यक्ति के बुढ़ापे की आर्थिक सुरक्षा का साधन होता है। हालांकि, बहुत से लोग इसमें से समय-समय पर निकासी करते रहते हैं, जो लंबी अवधि में नुकसानदायक साबित हो सकता है।
पीएफ का पैसा बचाकर रखना क्यों है जरूरी
EPF में निवेश एक सुरक्षित और स्थायी बचत योजना है, जिसमें सरकार द्वारा तय 8.25% सालाना ब्याज दिया जाता है। यह ब्याज चक्रवृद्धि दर से बढ़ता है, यानी ब्याज की राशि भी ब्याज कमाती है। जब आप बार-बार EPF खाते से पैसा निकालते हैं, तो न सिर्फ आपकी बचत घटती है बल्कि ब्याज मिलने की गति भी धीमी हो जाती है। नतीजतन, रिटायरमेंट तक जो एक बड़ी रकम जमा होनी चाहिए थी, वह अपेक्षा से काफी कम रह जाती है।
EPF का असल उद्देश्य यह है कि जब आप नौकरी से रिटायर हो जाएं और नियमित आमदनी बंद हो जाए, तब आपके पास खर्चों के लिए एक सुरक्षित फंड हो। लेकिन बार-बार की गई निकासी इस मकसद को अधूरा कर सकती है।
टैक्स छूट से भी हो सकता है हाथ धोना
EPF खाते में जमा रकम पर मिलने वाला ब्याज आमतौर पर टैक्स फ्री होता है, लेकिन इसके लिए एक अहम शर्त है कि आप कम से कम पांच साल तक खाता चालू रखें और उसमें से पैसा न निकालें। यदि आप पांच साल के अंदर ही निकासी करते हैं, तो उस निकाली गई रकम पर टैक्स लग सकता है। इससे आपकी कुल बचत पर कर का बोझ बढ़ सकता है।
टैक्स छूट और ब्याज का फायदा तभी मिलता है जब आप EPF खाते को एक लंबे समय तक बनाए रखते हैं और उसमें से बार-बार पैसे न निकालें। ऐसे में यह निवेश न केवल रिटायरमेंट फंड के रूप में बल्कि टैक्स सेविंग टूल के रूप में भी फायदेमंद होता है।
रिटायरमेंट के समय धन की कमी बन सकती है समस्या
रिटायरमेंट एक ऐसा दौर होता है जब आपकी नियमित आय बंद हो जाती है, लेकिन खर्च कम नहीं होते। उम्र बढ़ने के साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं और इलाज के खर्चों में भी बढ़ोतरी होती है। ऐसे में अगर आपके पास पर्याप्त रिटायरमेंट फंड नहीं है तो जीवन यापन में परेशानियां आ सकती हैं।
EPF फंड से बार-बार पैसे निकालने से रिटायरमेंट के समय जो रकम आपको मिलनी चाहिए, वह काफी कम हो सकती है। इसके चलते आप न सिर्फ अपनी ज़रूरतों को पूरा करने में असमर्थ हो सकते हैं, बल्कि आप पर दूसरों पर निर्भर रहने की नौबत भी आ सकती है।
क्यों जरूरी है EPF को आखिरी समय तक बनाए रखना
EPF की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें आपका पैसा सुरक्षित रहता है और निश्चित दर से बढ़ता है। इसके अलावा, यह एक प्रकार का लंबी अवधि का निवेश है जो रिटायरमेंट के बाद आपकी आर्थिक आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करता है। जब आपकी आय बंद हो जाती है, तब यही पैसा आपके लिए सहारा बनता है।
वर्तमान समय में जब महंगाई तेजी से बढ़ रही है, तब सेविंग्स का महत्व और बढ़ जाता है। ऐसे में EPF खाते को बनाए रखना और उसमें से अनावश्यक रूप से पैसे न निकालना बहुत जरूरी है। इस तरह आप अपने भविष्य को आर्थिक रूप से सुरक्षित बना सकते हैं।