बिज़नेस न्यूज़ डेस्क – प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थी किसान 19वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस योजना के तहत अब तक 3.46 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक मदद सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जा चुकी है।
आत्मनिर्भर बन रहे किसान
पीएम किसान योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को खेती की लागत को पूरा करने और उनकी आय बढ़ाने में मदद करना है। यह योजना किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, ताकि वे कृषि के क्षेत्र में अधिक उत्पादक और आत्मनिर्भर बन सकें।
पंजीकृत किसानों को मिलता है लाभ
इसका लाभ केवल पंजीकृत किसानों को ही मिलता है। कई किसान ऐसे हैं जिन्होंने इस योजना के लिए पंजीकरण तो कराया है लेकिन उन्हें किस्त का पैसा नहीं मिला है। यहां हम आपको वो छोटी-छोटी गलतियां बताएंगे, जिनकी वजह से पीएम किसान योजना के तहत उनका पंजीकरण सफल नहीं हो पाता है।
इन कारणों से रुक जाता है पंजीकरण
इन 5 कारणों से पीएम किसान में किसानों का पंजीकरण रुक जाता है। 1- जमा किए गए दस्तावेजों में गलतियां। 2- बैंक खाते की जानकारी सही नहीं होना। 3- आवेदन में अधूरी जानकारी और जरूरी जानकारी का अभाव। 4- भूमि संबंधी दस्तावेजों में विवाद या कमी। 5- पहचान पत्र के सत्यापन की प्रक्रिया में देरी।
इस गलती को सुधारें
अगर आपका भी पीएम किसान में रजिस्ट्रेशन अटका हुआ है तो आज ही इसे सुधारें और अपनी आर्थिक सहायता सुनिश्चित करें। इस योजना के तहत अब तक 18 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। किसानों को अब 19वीं किस्त का इंतजार है।
आवेदन के दो तरीके
पीएम किसान के तहत आवेदन करना आसान है। किसान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाना होगा। जबकि ऑफलाइन आवेदन सीएससी के जरिए किया जा सकता है।